लिखने वाले को जरा पूछो दो पल का सुकून
वो तो भरे शोर में भी अपनी अदा लिख जाता है ।-
हिमाचली छोरू
Original words, No Plagiarism
अंधेरों में कुछ बात छुपी ही रह गई
ढूंढने को चले थे रोशनी
पता चला, फिजूल में वक्त की कमी ही रह गई ।-
मेरी लिखाई की खूबसूरती वो क्या जानेगी
जिसको आइने से फुर्सत नहीं, वो कहां मानेगी ।-
बेकार की बातों से कहां, अभी दिल ये मेरा उभरा है ?
कहती है
रोहित कुछ नया लेकर आओ, आज हंसने का मन है-
बड़ी बेसब्री से मिलते देखा उससे
वो बेचारी थी या मैं ही हो गया हूं ?-
I was about to start a relationship but she pronounced should as sud
🥺🥺-
धधक धधक जल रहीं मेरी पंक्तियां
चल इनकी सुलगाहट को अब ठंडा कर दूं
लिपट जाऊं माटी से की मेरी खुशबू
काली आंधी की आड़ में, सीधा अपना झंडा कर दूं-
वो ~
जनाब ज़रा संभल कर
बहुत ठंडी सी है मेरी आबो हवा
देखना कहीं ज़ुखाम ना हो जाए ।
मैं ~
महौतर्मा
सिपाही बनने का शौक रखता हूं
ऐसे कैसे ठंड से ये सैनिक घायल हो जाए ?-
I'm not Wordsworth
Nor I'm the Keats
what more can be expected
a dazzling beauty glow the meads
Imagine ! I imagine what you render
When I see the clear sky
As the spring passes the calendar
Your love blossoms, like timely seeds-