सिंहासनाची शोभा वाढली,
गडकोट झाले आनंदी,
शिवराज्याभिषेकाच्या दिनी,
स्वराज्याचं स्वप्न साकार झालं
धन्य भाग्यवंतांदी!-
नका शोधू मला जगाच्या भाऊ गर्दीत
मी शोधूनही कुणाला सापडणार नाही
कारण इथे मी च शोध घेतोय की
एवढी चादर गुरफटून घेतली तरी
हवा आत कुठून घुसतेय 😜-
रिश्ते नाते बस इक दिखावा हैं
किसके भरोसे ना बैठो
वरना एक दिन ऐसा आएगा
तुम जलते रह जाओगे
और दुनिया तालियां बजाती रह जाएगी-
मन मारून जगताना
मनात खूप काही साचलं असलं तरी,
चेहे-यावर आनंद मात्र
अमाप असला पाहिजे…
-
वो कितने खास हो
ये बात हम उनको कैसे समझायें..
उन्हे शायरियों में बयां करते करते...
हम ही खास से आम हो गए...-
कुछ तो बात थी उसमें
जो हमारी नजर उसके सिवा
किसी और को देखा नहीं करती थीं
कुछ तो बात थी उसमें
के हमारा दिल उसके सिवा
किसी और के लिए नहीं धड़का-
जिंदगी की 🚂 बिना रुके
चली जा रही हैं
और हम है
जो कब से उसके इंतजार में
बरसों से राह देखते बैठे है
कभी तो वो आएगी
मेरी हमसफर बनने-
वजह पूछने की भी
मोहलत ही नहीं दि उसने
लहजा बदल गया और
हम अजनबी हो गए
😞💔-