संभालकर रखी है कुछ यादें उनकी,
जिनसे हुई थी मुलाकात एकबार ।
उन्हीं कुछ पल को याद करके
हम जी लेते है हज़ार बार ।-
भूला नही तुमको बस
यादें धुंधली हो गयी,
चाहता हूं यादों को फिरसे भरना
मगर तुम करीब नहीं ।
साथ में कुछ वक्त बिताओ
तो यादें निखरती है
नहीं तो समय के साथ बिखरती है
सब समय का खेल है,
आज तुम नहीं तो कल मै नहीं।-
कुछ बात है इन हवाओं में आज,
शायद छिपाया है कोई गहरा राज़।
बह रही है ख़ामोशी से,
मगर झूल रही है मदहोशी से।
बूंदो से उठी मिटटी की खुशबू है साथ,
शायद कहना चाहती है कोई बात।
इन खामोशियो में कैसे ढूंढे वो राज़,
कुछ तो बात है इन हवाओं में आज।-
दो अजनाबियो की ये दास्ता
दोनों का था एक रास्ता।
रास्ते में दोनों के दिल मिले,
और आगे बढ़ते गए सिलसिले।
प्यार क्या होता है
ज़रा इनको तू देख,
पहले थे दो, आज है एक।-
ज़माना चाहे कितना भी आगे भागे,
हम तो आप ही के पीछे भागेंगे।
आप चाँद तारों की चादर में चैनसे सोना,
हम तो अपने चाँद को देखकर सारी रात जागेंगे।-
कहते है लोग कि हमारे बीच कुछ चल रहा है,
शायद प्यार का बीज पल रहा है।
अब तो यही कहता है सारा ज़माना
कि तुम उसे कभी न गवाना।-
उसकी यादों में मेरी मुस्कान और भी खिलती है
कम्बख्त, बस ख्वाबों में ही तो वो मिलती है।-
रख दिया है दिल का दरवाजा मैंने खुला,
पास आके मुझे अपनी बाहों में तू सुला।
बुलाया नहीं, ये फिर कभी न कहना,
मेरे होते हुए तुम अकेलेपन न सहना ।-
मेरी प्यारी चन्दा रे,
तुझसे ही चमके सारे तारे।
उन आशिकों का हो तुम सहारा,
जिन्होंने तुम्हे तोड़ने का है किया इशारा।
अमावस में होती हो तुम मिस्टर इंडिया,
तब नहीं आती मुझे निंदिया।
अब तुम्हारे इश्क में मैं भी हुआ अँधा रे,
ओ मेरी प्यारी चंद रे।
तुझसे भी प्यारी है मेरी चन्दा,
जिसके प्यार में हु मै बंधा।
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