हम निकले है।
सफर में, तो हर
समस्या का समाधान,
भी खोज लाएंगे।
जमीन से आसमान तक का
सफर तय कर के दिखाएंगे।
जो ये सोचते है की हम
अकेले है उन्हे अकेला ही छोड़ जाएंगे।
मंजिल मिले या ना मिले मुझे
पर मुझे ना तो अब आज से कोई गिला है
ना आने वाला कल से ।-
जो यूँही मिट जाना होता,तो कब के मिट गये होते.... read more
जिसने हमसे हमारा सुकून छीना है,
हम उसके लिए सांसे भी महंगी कर देंगे!-
मै सही था गलत था ये अब कौन जाने
मेरी बातें भला अब कौन मैने
मुंसिफ़ ने तो राय कायम की नहीं है।
मगर खबरों में मुजरिम बताया जा चुका हूं।-
खुला मत छोडिये अपनी जिन्दगी की किताब को
बिगाड़ देगें जमाने वाले जमे जमाए हिसाब को।-
अभी मैं शांत हु,
दूर गुजता हुआ शोर होता मैं।
और अगर मेरे अपने,
मेरे साथ देते तो,
आज कही और होता मैं।-
जो लोग अपनी परछाई पर सक करते है
ओ लोग दूसरे की परछाईं बनने का दावा करते है।
जब तुम अपना होकर अपना नही समझे
अपने को और तुम किसी और से
उम्मीद किए हो वह तुम्हे अपना समझे।
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आपको अंदाजा भी हैं।
जब आपने आप पर सक करने लगते है।
तो कितना तकलीफ होता।
आपने को अपना नही समझना।
आजकल इसी को लोग अपना कहते है।
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परछाइयों को पकड़ने वालो !
छाती में जलती हुई आग की परछाईं नहीं होती
याद रखना मेरे दोस्त।-
इस दो चेहरे दुनिया में जो खुद को अच्छा बाताते है ना।
वही नकाब पहने हुए आस्तीन के साप होते है।
और जो खुद को बुरा बताते है ओ खुद के सिवा
किसी और का बुरा नहीं चाहते।-
पहोच तो बहुत बड़ी है मेरे दोस्त,
बस दिखावा करना मेरी आदत नहीं है!-