बडी मुश्किल से मैंने ओ हमारा
यादो भरा गांव छोड दिया ,
कभी सामने तक नहीं आऊंगा उसके
यह ठाण कर उससे बहोत दूर निकल गया ,
दिल से मानो दिल ही उतार फेंक दिया ,
सब कुछ भूल कर बडी मुश्किलसे
हंसना शीख रहा था !
फिर किसीने उसके शादी कि बात बोलकर
दिल के तार छेड दिया ...!!!-
काश ओ एक दफा मुझे
बिना मास्क के दिख जाये
उनके लबों की मुस्कान देखे
काफी दिन गुजर गये है …!!-
दिल परेशांन सा है ,
उसको तुम्हारा साथ चाहिए
मैं Sanitizer लाया हूँ
हातों में तुम्हारा हाथ चाहिये …!!-
बहुत लम्बी गुफ़त्गू करनी है यार ,
तुम्हारे संग !
हो सके तो आना तुम
एक पूरी जिंदगी के लिए …!!-
क्या गुनाह किया हमने जो
तेरे साथ के लिए तरसे
तेरी बात के लिए तरसे
तेरे सामने रहकर भी हम
बदनसीब ,
तेरी मुलाकात को तरसे-
देखा है मैंने ,
जनाजे पर उसके
सारा जहाँ रोया था !
पर ओ शख्स बेचारा
तन्हाई से मरा था …!!-
मैंने उसको जब जब देखा ,
लोहा देखा , लोहे जैसे
तपते देखा !
गलते देखा ढलते देखा ,
मैंने उसकी नजरोंको
गोली जैसे चलते देखा …!!
" पता नहीं किस बात का गुस्सा है
उस मासूम की आँखों में मेरे लिए "-
पूरा शहर बंद हो रहा है
अब तो गलिओं में भी
नाकाबंदी लगने लगी है !
तुम पता नहीं किन रास्तों से
चली आती हो ख़्वाबोमे …!!-
सिलसिला यूं ही चलने दे
हमारे लिखने का ,
हम भी तो देखे !
कब तक मेरे अल्फाज
तेरे दिल तक नहीं पहुँचते …!!
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