मैं भी इक रोज दिसंबर सा गुजर जाऊँगा,तुम उसी रोज नए साल सी चली आना..🥀🥀 -
मैं भी इक रोज दिसंबर सा गुजर जाऊँगा,तुम उसी रोज नए साल सी चली आना..🥀🥀
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कौन कहता है कि मैं खफा हूँ तुमसे, एक बार गले से लगाकर तो देखो ।✨❤️ -
कौन कहता है कि मैं खफा हूँ तुमसे, एक बार गले से लगाकर तो देखो ।✨❤️
यूं तन्हा ही सही थे हम अपने राहों में तेरा साथ मुझे मुझसे जुदा कर दिया 🥀🥀 -
यूं तन्हा ही सही थे हम अपने राहों में तेरा साथ मुझे मुझसे जुदा कर दिया 🥀🥀
गांव के लोग शहर में आ के बस गएजो बचे रहे वह गांव को शहर बनाने में लग गए -
गांव के लोग शहर में आ के बस गएजो बचे रहे वह गांव को शहर बनाने में लग गए
फकत चेहरों पर बिकने लगा है अब दिल मोहब्बत में अब वफा नहीं देखी जाती🥀🥀 -
फकत चेहरों पर बिकने लगा है अब दिल मोहब्बत में अब वफा नहीं देखी जाती🥀🥀
मैं खुद को बेवफा पाया हूं ,खयाल आया था मुझे उसे छोड़ने का ,उससे बेहतर से मिल कर ☹️🥀 -
मैं खुद को बेवफा पाया हूं ,खयाल आया था मुझे उसे छोड़ने का ,उससे बेहतर से मिल कर ☹️🥀
उनसे कहा था मैंने 'बिखर जाऊंगा मैं'खैर छोड़ो उसने भी कहा था 'मुझे फर्क नहीं पड़ता'🥀🥀 -
उनसे कहा था मैंने 'बिखर जाऊंगा मैं'खैर छोड़ो उसने भी कहा था 'मुझे फर्क नहीं पड़ता'🥀🥀
टूटे हुए हैं हम मुझे मोहब्बत बता रहे होअच्छा है माली को फूल लगाना सिखा रहे हो -
टूटे हुए हैं हम मुझे मोहब्बत बता रहे होअच्छा है माली को फूल लगाना सिखा रहे हो
कभी कुछ कर भी लिया करो निकम्मे पूरे दिन फोन में लगे रहते होकभी कुछ लिख भी लिया करो बेटेक्यों भूल जाते हो YQ भी हैं -
कभी कुछ कर भी लिया करो निकम्मे पूरे दिन फोन में लगे रहते होकभी कुछ लिख भी लिया करो बेटेक्यों भूल जाते हो YQ भी हैं
लाखों गमों को सीने में दफना रखा हूंमेरी मां खुश रहे इसलिए मुस्कुरा रहा हूं🥺🥀 -
लाखों गमों को सीने में दफना रखा हूंमेरी मां खुश रहे इसलिए मुस्कुरा रहा हूं🥺🥀