मिलते हैं जिन्दगी के राहों में ।
एक जैसे कामों के जाल में यू ऐसा उल्झते हैं।
नहीं जान कर भी एक दूसरे को जानने लगते हैं।
समय के साथ ये कैसा रिश्ता बन जाता हैं।
एक दूसरे को हर पल में खोजने लगते हैं।
प्यार और चिंता तो खूब करते हैं।
फिर भी लड़ाई के बाद मना लेते हैं।
क्या यहीं दोस्त बनने लग जाते हैं ?
फिर वही समय और काम के जाल में ऐसा उल्झते हैं
कि यादों के नीचें सब कुछ दबा लिया करते हैं।
यही पता नहीं क्यों एक दूसरे से बोलना ही भूल जाते हैं?-
तुम्हारे हर दरिंदगी को राज रहने दिया,
तुम्हारे हर किये वादें को पाक़ रहने दिया,
तुम मुझे भूल जायो, यह मंजूर नहीं है,
क्योकि तुम्हें तुम्हारा हर किया याद रहना हैं,
तुम्हे तुम्हारे हर अंजाम तक गुजरना हैं,
एक बार फिर मोहब्बत को पाक़ करना हैं।-
तेरी बातो को समझ न पाया,
तेरी चाहतो को लिखना भी न आया,
क्यों मेरे अॉसू हर पल निकलने को तैयार हैं?
क्यों यह फासलेे मुझे और पास लाने को बरकरार हैं?
क्या यही मेरा प्यार हैं।-
ईश्क-ए-जुनून की राह ली तो,
खुद को एकेला पाया हुँ,
ईश्क-ए-इबादत की राह लेकर,
खुद को तुझमें पाया हुँ।-
Someone acts to feel happy
Someone acts in happiness
Searching reason to happy
but major unchangeable
understandable reason is,
"you are alive."
It is not small thing.-
These confident hands capable to deliver a hope of life, but,
your own happiness give someone to life.-
इस जीवन के रंगमंच पर,
हम दोनों नें अपने किरदार को बखूबी निभाया था।
फर्क बस इतना सा ही था,
उसने ऐतराज किया था आैर हमने प्यार किया था।
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उन्हें देखने की चाह में,
उन्हें सुनने की चाह में,
हम ऐसे मसरूफ़ हुये कि
वक़्त भी अब तन्हा-तन्हा सा लगने लगा हैं।-
Your memories cause me pain....
And Your concern cause me death.......-