मैंने झेला है गले मिल कर बिछड़ने का
आजाब
ऐ मेरे खुदा किसी को ये सज़ा मत देना-
Naa Jaane Teri Talaash Kyu Hai...?❤️
तू चहता था तुझे हर दर्द मिले _मंसूर _
ले रख मां का गम और ज़ख्म उसके ना
आने का....
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जब खलती है उसके ना होने की कमी
मैं जा कर उसकी क़ब्र से गुफ्तगू कर
लेता हूं।-
फ़िर कोई हादसा पेश आया
_मंसूर _
टूट कर चूड़ियां खनकने लगी
लगी है उसकी ....-
मेरे इश्क़ से मिली है तेरे हुस्न को ये
शोहरत ..
तेरा ज़िक्र ही कहां था मेरी दास्तां से
पहले ..?-
Usne Tohfe Me Payal Qubool
Kar Li Hai.....
Ab Wo Chalegi To Mera Ishq
Gunjegaa...-
Mumkin Ki Tarha Yaqeen To Kar
Mujh Per ...
Phir Dekh Main Ban kar Muqaddar
Tere Hi Saath Chalunga....-
Dekh Kitni Mushkilon Se Ghira
Hoon Main....
Toot Kar Tere Dard Se Judaa
Hoon Main...-
Kyu Tum Saanso K Phero'n
Me Ho ....?
Yaqeen Kro Tum Maot K Ghere
Me Ho ..
क्यों तुम सांसों के फेरों में हों
यक़ीन करो तुम मौत के घेरे
में हो ...-