इतना आसान नहीं है कलम उठानाजुबां खामोश कर ज़ख्मों को दोहराना पड़ता हैं -
इतना आसान नहीं है कलम उठानाजुबां खामोश कर ज़ख्मों को दोहराना पड़ता हैं
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गलती हुई होती तुमसे तो वापस भी लौट आते मगर तुम तो सोच समझकर बाजी खेल गये -
गलती हुई होती तुमसे तो वापस भी लौट आते मगर तुम तो सोच समझकर बाजी खेल गये
लिखने बैठ गये जिस दिन खुद पर बीते किस्से यकीन कर खुद से नफरत होगी तूझे -
लिखने बैठ गये जिस दिन खुद पर बीते किस्से यकीन कर खुद से नफरत होगी तूझे
मोहब्बत जब अपने काम से होती है उस वक्त मेहनत और पैसो की बात नहीं होती है Insta_ _ @rkcre_ation7 -
मोहब्बत जब अपने काम से होती है उस वक्त मेहनत और पैसो की बात नहीं होती है Insta_ _ @rkcre_ation7
ना दिखे तेरी महफिल में तो गलत मत समझना कुछ किस्से अधूरे छोड़ जा रहा हूं वक्त मिले तो जरा फुर्सत में कभी इन्हें भी पड़ना -
ना दिखे तेरी महफिल में तो गलत मत समझना कुछ किस्से अधूरे छोड़ जा रहा हूं वक्त मिले तो जरा फुर्सत में कभी इन्हें भी पड़ना
कोशिश तो बहोत की हमने जज्बात बयां करने कीअक्सर दोस्ती का जिक्र कर वो हमें खामोश कर दिया करते हैं -
कोशिश तो बहोत की हमने जज्बात बयां करने कीअक्सर दोस्ती का जिक्र कर वो हमें खामोश कर दिया करते हैं
फर्क बस इतना था उनकी और हमारी मोहब्बत में हम दिल लगा बैठे थे और जनाब वो दिल बहला बैठे थे -
फर्क बस इतना था उनकी और हमारी मोहब्बत में हम दिल लगा बैठे थे और जनाब वो दिल बहला बैठे थे
भीड़ से अलग जो हुआ 🤫ना जाने क्यों भिड़ गये लोग 🙏 -
भीड़ से अलग जो हुआ 🤫ना जाने क्यों भिड़ गये लोग 🙏
हसरत ए मोहब्बत हमें भी बहोत थी बाहों से ज्यादा वो आंखे खोल गये @rkcrea_ation7 -
हसरत ए मोहब्बत हमें भी बहोत थी बाहों से ज्यादा वो आंखे खोल गये @rkcrea_ation7
तुझे सोच कलम चलती है मेरी खुद को इतना मामूली ना समझ -
तुझे सोच कलम चलती है मेरी खुद को इतना मामूली ना समझ