*तू प्यार मेरा भी था*
एक सिरा मेरे हाथ में था,
दुसरा तूने थाम लिया।
देखते ही देखते ,
सिरा आपस में बांध दीया।
फिर हाथो मैं हाथ रखा,
और दोस्ती का नाम दिया।
जज्बात तेरे भी थे,
कुछ दस्ता मेरी भी थी।
गर वक्त तूने दीया,
तो साथ मेरा भी था।
थी आगर मैं ख़ामोश,
तो हाथ तेरा भी था।
इजहार तूने किया,
तो इतबार मेरा भी था।
गर, मोहब्बत थी तुझे
तो सून, तू प्यार मेरा भी था!!-
Riya Rajput 💫
(RiyaRajput)
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writing is my passion !!pen is the best way to express your thoughts !!! My quote is incom... read more
Joined 13 May 2019
23 FEB 2022 AT 21:41
21 JAN 2022 AT 12:46
कसूर दिल का है, या उनकी सादगी ही सही
कि ये नजरें उनके सिवाये कहीं और टिकती ही नहीं!
समुंदर कम पड़ेगा डूबने के लिए
की मै उसकी आंखों मे कुछ इस कदर डूब चुकी हु!
और क्या कहाँ था उसने, की मै उसकी मौहौबत हू
मैं तो उसे पूरी ज़िन्दगी मान चुकी हू!!
वक़्त तो आज भी तुम्हारा ही है,
सायद तुमने घड़ी बदल दी
चेहरा तो आज भी वही हैं,
सायद तुमने मंजिल बदल दी!!
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8 JUL 2021 AT 11:44
In a large interior room even a small clue is enough to light up .
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