आंखें नम , गले लगाकर सोचती हूं,
उनको रोकने का कोई तो बहाना होगा।
मिलकर बिताए साथ कुछ पल,
शायद अब उनको जाना होगा ।
पूछना चाहती हू उनसे,
यह दूरियों का कर्ज किसको चुकाना होगा?
ठेस लगकर समझ जाऊंगी,
कुछ पल रोकर संभल जाऊंगी,
पूछना चाहती हूं
"वापस कब आओगे?"
वापस आने के लिए
एक बार उनको जाना होगा।
आंखें नम कर फिर सोचती हूं,
उनको रोकने का कोई तो बहाना होगा।
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Riya Gupta
(Riya)
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Writer by heart, engineer by profession ❤️
Joined 2 February 2021
12 FEB 2024 AT 16:39
12 FEB 2024 AT 11:53
तो क्या होता?
कोसो दूर होकर भी
कुछ पास होता।
अगर मैं सितारा होता
तो क्या होता?
मैं तुम्हारी
चमकती आंखों का
राज़ होता।
अगर मैं सिर्फ तुम्हारा होता
तो क्या होता?
तो
जिंदगी मेरी और रंग तुम्हारा होता।
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18 OCT 2022 AT 10:38
लोगो की रोशन जिंदगी में अंधेरा नही आता,
क्यों मेरी तो रातों का सवेरा नही आता
क्यों मेरी तपती सी जिंदगी में छाव का सुकून नही आता,
लोगो की रोशन जिंदगी में अंधेरा नही आता,
क्यों मेरी तो रातों का सवेरा नहीं आता।
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5 OCT 2022 AT 17:28
Sweetie,
Don't build your home in his heart,
You'll be homeless,
The day he will decide to leave.-
7 JUL 2022 AT 18:35
"Seeing him with someone else, will broke my heart into a zillion pieces" I thought an year ago.
Today I saw them together
and felt,
Nothing.-