आंखें नम , गले लगाकर सोचती हूं,
उनको रोकने का कोई तो बहाना होगा।
मिलकर बिताए साथ कुछ पल,
शायद अब उनको जाना होगा ।
पूछना चाहती हू उनसे,
यह दूरियों का कर्ज किसको चुकाना होगा?
ठेस लगकर समझ जाऊंगी,
कुछ पल रोकर संभल जाऊंगी,
पूछना चाहती हूं
"वापस कब आओगे?"
वापस आने के लिए
एक बार उनको जाना होगा।
आंखें नम कर फिर सोचती हूं,
उनको रोकने का कोई तो बहाना होगा।
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