Ritu Sharma   (शब्दों की इनायत)
262 Followers · 206 Following

Joined 5 March 2023


Joined 5 March 2023
5 OCT AT 20:00

रिश्ता गहरा तब लगता है
जब बिना कुछ बोले सामने वाला
सब समझ जाए ।

-


3 OCT AT 20:16

छोटा सा ये दिल
और उस पर
भारी भरकम अत्याचार
जन्म से लेकर मृत्यु तक
बस भार ही भार।

-


2 OCT AT 22:26

हम दूर ही अच्छे थे
कम से कम दूर रहकर
चिंता तो थी एक दूसरे की।

-


2 OCT AT 22:22

दर्द एहसासों के
हम तो खुद से ही
खुद की नजर नहीं मिलाते
कहीं बह ना जाएं आंसू
और बयां ना कर दें दर्द सारा।

-


22 SEP AT 17:00

खुद से खुद को खोकर
तुझे बनाया है
ऐ मेरे बच्चे
तुझे बनाने के खातिर
मैने खुद को गंवाया है
तू मेरी जान का वो हिस्सा है
जो दुनियां में बेशकीमती
उपहार है मेरे लिए।

-


22 SEP AT 16:55

मेरे दर्द से मेरे अपने भी
वाकिफ नहीं
क्योंकि
कुछ दर्द ऐसे हैं
जिन्हें मैं उनसे भी
छुपा कर रखती हूं।

-


22 SEP AT 16:51

नज़रों का बाण भी
गहरा घाव करता है
कभी प्रेम बनकर
कभी नफ़रत में।

-


13 SEP AT 10:31

इक रानी ही है
जो राजा को बचाने के लिए
हर दाव पेंच खेलती है।

-


11 SEP AT 8:49

यहां सिर्फ काम को देखा जाता है
क्या फर्क पड़ता है
आप कितने दर्द में हो
आप कितने बजे उठे
कितने बजे सोए
बस सभी को समय पर
काम चाहिए बस।

-


10 SEP AT 21:42

सताता है मेरे अंतरमन को
कचोटता है मुझे
मेरी ही नादानियों पर
और निशब्द कर
मुझे मजबूर कर देता है
इक भावनात्मक मौन में
जो शिथिल कर देता है देह मेरी।

-


Fetching Ritu Sharma Quotes