यदि आप ऐसा सोचते हैं कि फलां वस्तु मुझ पर नहीं जचती या फलां व्यक्ति के साथ मैं अच्छा नही लगता तो यह उस वस्तु या व्यक्ति की गलती नहीं, आपने उनके प्रति अपने दिमाग में जो मापदंड तय किये हैं, वे गलत है.... -
यदि आप ऐसा सोचते हैं कि फलां वस्तु मुझ पर नहीं जचती या फलां व्यक्ति के साथ मैं अच्छा नही लगता तो यह उस वस्तु या व्यक्ति की गलती नहीं, आपने उनके प्रति अपने दिमाग में जो मापदंड तय किये हैं, वे गलत है....
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आसान है यह कहना कि प्रेम से अधिक महत्त्वपूर्ण कुछ भी नहीं, परंतु जिम्मेदारियों का बोझ कईं बार प्रेम पर हावी हो जाता है... -
आसान है यह कहना कि प्रेम से अधिक महत्त्वपूर्ण कुछ भी नहीं, परंतु जिम्मेदारियों का बोझ कईं बार प्रेम पर हावी हो जाता है...
पत्थर सी बन गयी थी मैं तेरे जाने के बाद,कुछ लोगों ने जाने क्या समझा और फूल चढ़ा गये... -
पत्थर सी बन गयी थी मैं तेरे जाने के बाद,कुछ लोगों ने जाने क्या समझा और फूल चढ़ा गये...
कोई आकर पूछे मुझसेतो कहूँ मैंकि मेरे गाँव से महज़ढाईसो किलोमीटर दूर वह शहर जहाँ तुम रहते होपरदेश ही लगता है मुझे....कृपया अनुशीर्षक में पढें...👇👇 -
कोई आकर पूछे मुझसेतो कहूँ मैंकि मेरे गाँव से महज़ढाईसो किलोमीटर दूर वह शहर जहाँ तुम रहते होपरदेश ही लगता है मुझे....कृपया अनुशीर्षक में पढें...👇👇
ज़िक्र तेरा ही रहता है हमेशा मेरे ख़यालों में,उम्मीद है कि तूं हमेशा ख़याल तो न रहेगा... -
ज़िक्र तेरा ही रहता है हमेशा मेरे ख़यालों में,उम्मीद है कि तूं हमेशा ख़याल तो न रहेगा...
मैं तैयार हूँ दुनिया की हर क़यामत से लड़ने के लिए,बस उस वक़्त तुम मेरे साथ रहना.... -
मैं तैयार हूँ दुनिया की हर क़यामत से लड़ने के लिए,बस उस वक़्त तुम मेरे साथ रहना....
ये कैसी अज्ञात सी होड़ चल रही है तेरे मेरे बीच,कि प्रतीक्षा में मैं जीत रही हूँ और प्रेम में तुम.... -
ये कैसी अज्ञात सी होड़ चल रही है तेरे मेरे बीच,कि प्रतीक्षा में मैं जीत रही हूँ और प्रेम में तुम....
वो चाहें तो हमें छोड़ दें या भूल जाएं,वो चाहें तो हमें छोड़ दें या भूल जाएं,हमारा तो हाल कुछ ऐसा है किउसको सोचे भी नहीं तो मर जाएं....— % &— % & -
वो चाहें तो हमें छोड़ दें या भूल जाएं,वो चाहें तो हमें छोड़ दें या भूल जाएं,हमारा तो हाल कुछ ऐसा है किउसको सोचे भी नहीं तो मर जाएं....— % &— % &
वो ढूँढता रहा सलीकामेरी हर इक बात में,मुझे बेफ़िक्र इश्क़ के सिवाऔर कुछ पचा ही नहीं।। -
वो ढूँढता रहा सलीकामेरी हर इक बात में,मुझे बेफ़िक्र इश्क़ के सिवाऔर कुछ पचा ही नहीं।।
कुछ ख़्वाबों को पूरा करने की कीमत में, कुछ ख़्वाहिशें अदा कर बैठे!ज़िंदगी तुझसे मिलने की चाहत में, ख़ुद से ज़िंदगी ही जुदा कर बैठे!! -
कुछ ख़्वाबों को पूरा करने की कीमत में, कुछ ख़्वाहिशें अदा कर बैठे!ज़िंदगी तुझसे मिलने की चाहत में, ख़ुद से ज़िंदगी ही जुदा कर बैठे!!