अब तो मान जाया करो, यूं आंखें ना नम किया करो ।। हमारी गलती को भूल कर , कभी तुम भी मुझे याद किया करो ।। अब बहुत हो गया रूठना मनाना, चलो रात हो गई हैं ।। अपने हाथों में मेरा हाथ रहने दो , पिंजड़े में बंद हो चुकीं इन यादों को ।। अब फिर से उड़ने का मौका दो, अब तो मान जाया करो ।। यूं आंखे ना नम किया करो , कुछ ना बोल पती तुम्हें ।। तुम मेरी आंखों में देख कर , सब समझ जाया करो ।। अब तो मान जाया करो, यूं आंखें ना नम किया करो।।
तेरी मोहब्बत को मैंने पाक समझा था ।। तुझे मेरी जिंदगी में खुशी लाने का पैगाम समझा था ।। जब खुदा से तुझे मांगा तो , खुदा ने मेरी दुआ को नापाक समझा था ।।