सुकून
दिल को सुकून चाहिए
कोई आगे पीछे नहीं
दिल को खुद चाहिए-
ईश्वर की बनाई एक बात बेकार सी लगने लगी
एक व्यक्ति हे,जो अपने परिवार का इकलौता सहारा
हे, ईश्वर उसी को कष्ट देते हें
एक हम हें जिसे कोई अपनाना नहीं चाहता,
ना हमारे रहने या ना रहने से किसी को कोई
फर्क भी ना पड़ेगा, और कौन रहना चाहता,
जो सिर्फ अपने ना होने की मन्नत मांग रही
तब भी रब इस धरा मे रखा,
और जो बंदा सच में जीना, चाहता हे
जिसके हे लोग दुआ करने के लिए
ईश्वर उसी को ही कष्ट देते हैं, ईश्वर उसी को ही कष्ट देते हैं
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हां मैं,
अपने किए हुए कार्य से शर्मिंदा हूं मैं,
किसी को कुछ कह नहीं सकती ,
इसलिए चुप हूं मैं...-
छोड दिया मैंने ऊंचे सपने देखना,,,
अब तों में हर स्वप्न अपनी औकात से परे देखता हूं-
जब-जब इस धरा में आए, इस मुख से तेरा ही नाम गए
******हर हर महादेव*****-
तेरे साथ बिताए हुए दोस्ती के पल पुराने हो गये,
हां तेरे साथ बिताए हुए दोस्ती के पल पुराने हो गए
तेरे साथ बिताए हुए लम्हों को जमाना हों गया
अब तो
बस तेरी अनसुनी यादों के किस्से कुछ खास हो गये,-