जो नही है काबू में उस पर क्या मलाल करे, क्यों बैठकर बेवज़ह ही कल पर सवाल करे, काफ़ी कर लिए है ज़िन्दगी में हिसाब किताब, क्यों ना आज में रह कर आज को ही खुशहाल करे।।।
मिलों दूर चलना अभी बाकी है, थक कर रुकना अभी बाकी है, कुछ हिसाब अब भी बाकी है, थोड़े ख़िताब लेना भी बाकी है, हाँ ज़िन्दगी... जंग जारी है हमारी, कुछ ख़्वाब देखकर उन्हें पूरा करना बाकी है, मंजिल के करीब तो पहुच गए है हम, पर उसे चुम कर... सफलता का जशन मनाना अब भी बाकी है।