तू नदी की एक लहर जो, चट्टानों को तोड़ निकल गई। मुश्किल आई कितनी भी, तू कश्ती ले पार उतर गई। थक गया वो ऊपर वाला भी, परीक्षाएँ ले-ले कर। माँ तू कब कहाँ रुकी, हर बार तू बन शेरनी लड़ गई। कोई क्या इतना भी सहता है, क्या इतना भी चुप रहता है। बदली दुनिया सारी पर तू रही वही, मेरी माँ तू क्यों न बदल गई। #happymothersday
कभी खिली हुई धूप सी, कभी शीतल छाव सी, चेहरे से ही शहरी, दिल की पूरी गाँव सी, कभी खिल, खिलाती, कभी मुस्काती, अपनों के बीच रहने वाली, खुद में चुप सब सहने वाली, पर्वत से ऊँचे हौसले, नदी बन सब में मिले, कितनी तू नादान, बचपन से भरती उड़ान, सबकी लाडली, दुलारी मेरी प्यारी अंजली, जन्मदिन की अशेष शुभकामनाएँ। Happy birthday Anjali 🎂❤
ये सड़क वही है जिस पर मैं चलना चाहती थी, बहुत आगे तक दूर निकलना चाहती थी, वक्त के साथ थोड़ा आगे भी बढ़ी थी पर कुछ मुश्किलों से मैं घिरी थी, समझ से हर बात मेरी परे थी। आज जब तुमने आकर मुझे गले लगाया, गिरते हुए को मुझे उठाया, अब भी ये सपने सा लगता है। तुम हो साथ मेरे चल न कही दूर निकलते हैं, इस सड़क से गुज़र कर राहों से होते हुए उस मंजिल तक पहुँचते हैं, जिसके कभी हमने सपने संजोए थे अब उन्हें पूरा करते हैं। Love you❤