भगवान करे तुम्हे मेरी उम्र भी लग जाए!!
और जब तक तुम मुझे चाहो!
मेरे हिस्स में उतनी ही जिंदगी आये!!!!-
जिन्हे मैंने अपनी खुशियों में बुलाया वो मेरे थे.....!
जो मेरे दुख में बिना बुलाये मेरे पास आये अब मैं उनकी हू.....❤️-
एक पहचान है मेरी जिन्हे मैं पापा बुलाती हूं,
देखो उनका नाम लेते ही मैं कैसे मुस्कुराती हूँ,
वो साथ है मेरे तो सुर वीर हु मै,2
उनके बिना जैसे बिना शकर के ख़िर हूँ मैं ,
कभी डाँट ले वो मुझे फिर उसके बाद खुद को भी डाँट लेते हे,
अपने हिस्से की सारी खुशियां वो हम बच्चों में बाँट लेते हैं,
वो अपने आप से ज़्यादा हमारी फ़िक्र करते है,
और हम अपने बाप से जयादा सब की कदर करते है,
उन्हें अभी भी कहू तो अपने पसंद का छोड़ मेरे पसंद का खाएंगे,
मेरी गलती होने पर भी वो मुझे मनाने आएंगे,
मैं शायद politics समझ जाऊ, पर पापा को कभी नहीं समझ पाओगे,
चाहे कितनी बड़ी हो जाऊं उनके सामने आते ही बच्ची बन जाऊंगी,
परेशान बहुत करते हैं पर प्यार उससे भी ज़्यादा,
हा खरीद लूंगा कुछ अपने लिए भी, एक झूठ हर बार,
अब तक मैं गाड़ी चलाऊं तो side में बैठने से डरते हैं,
मैं हो गई हू 27 कि और बहुत अच्छा गाड़ी चलती हु,
मेरी Life का हर problem वो बिना कुछ कहे ही solve करते हैं,
मेरा नाम मेरी पहचान नहीं, उनके नाम से मेरा नाम है,
सिर्फ उनके होने से ही life 100 गुना आशान है,
इशालिए तो कहती हुई, कि एक पहचान है मेरी जिन्हे मैं पापा बुलाती हूं,देखा फिर से उनका नाम लेते ही मैं कैसे मुस्कुराती हु!!!!!
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यहाँ गरम से गरम लोहा भी टूट जाता है,
काई झूठ इकट्ठा हो तो सच्चा भी टूट जाता है-
अगर वो जहर देता, तो दुनिया के नज़रो में आ जाता,
तो उसने यू किया, कि वक्त पर दवा नहीं दी !!!!-
तुम याद तब करते हो, जब करने को ना हो कुछ भी,
और कहते हो कि तुम्हें इश्क़ है, मतलब कुछ भी-
गलतियों से जुदा, तू भी नहीं, मैं भी नहीं
हम दोनों इंसान हैं, खुदा, तू भी नहीं, मैं भी नहीं
तू मुझे मैं तुझे इल्जाम तो देता है मगर,
अपने गिरबान में झकता तू भी नहीं, मैं भी नहीं
गलतफहमियो ने दुरिया तो पैदा कर ही दी है वर्ना,
बुरा तो तू भी नहीं, मैं भी नहीं!!!-
कान्हा क्यू बाँध दिया आपने मुझे उसके साथ प्रेम मे,
आप तो खुद विरह का दर्द जानते थे ना😥-