खुद से कहीं नफ़रत न हो जाए तुझको,
तेरे अंदाज में अगर तुझ से बात कर लूं मैं...
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सच बोलना माना कठिन होता है लेकिन ,
सुना है झूठी कसमें खाने वाले बहुत बेचैन रहते हैं....-
कर के आधी रात को, इन्टरनेशनल काल।
घड़ियाली आँसू बहा , पूछे मेरा हाल।
😭😭😭😭😭😭😭😭😭
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कि सच बहुत कड़वा होता है,
जो स्वीकार लेता है उसकी
जिंदगी आसान हो जाती है
और जो स्वीकार नहीं पाता,
उसकी जिंदगी नर्क बन जाती है...-
कबीरदास की सीख 👏👏👏
रूखी सूखी खाई के ठंडा पानी पीउ
देख पराई चूपड़ी मत ललचावे जीउ।-
सगे सब खून के रिश्ते तलक जो तोड़ देती है।
कि जिससे चाहती है उससे रिश्ते जोड़ लेती है।
बेखौफ शैतान सी ऐसे बढ़ती जाती है बुराई,
गिरती है इस हद तक कि सारी हदें तोड़ देती है।
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कलमुँही रात ! ढकने चली थी सूरज को,
झुलस कर रह गई है उसकी चमक से ही।
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वो जो कहते थे कभी जिंदगी में नहीं करेंगे कॉल तुम को,
रोज सौ सौ कॉल करके परेशान करते हैं....-
औरों पर इल्ज़ाम लगाकर खुश होती मक्कारी है।
मतलब की खातिर ही जिसने खुद बेची खुद्दारी है।
जो आग लगाई है तूने उसमें ही तू जल जाएगी,
कौन रखेगा साथ तुझे तू तो रिसती बीमारी है-