अपने महबूब से मिले जमाना हुआ,अब उसका शहर भी मेरे लिए बेगाना हुआ। -
अपने महबूब से मिले जमाना हुआ,अब उसका शहर भी मेरे लिए बेगाना हुआ।
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इस क़दर चुभने लगे हैं सबकी नज़रों को,कि लोग अब ख़ैरियत भी न पूँछते हमसे।। -
इस क़दर चुभने लगे हैं सबकी नज़रों को,कि लोग अब ख़ैरियत भी न पूँछते हमसे।।
मुझे चोट पहुँचाने से पहले,एक बार मेरे हाल तो जान लेते!तुझे क्या पता , कितना उदास था दिल आज!! -
मुझे चोट पहुँचाने से पहले,एक बार मेरे हाल तो जान लेते!तुझे क्या पता , कितना उदास था दिल आज!!
कम्बख़्त ये इश्क़ भी क्या चीज़ है...मिल जाये तो निभाया न जाता,छूट जाए तो रहा न जाता। -
कम्बख़्त ये इश्क़ भी क्या चीज़ है...मिल जाये तो निभाया न जाता,छूट जाए तो रहा न जाता।
कुछ न बदला उसके औऱ मेरे दरमियां,वो अब भी बेपरवाह है पहले की तरह। -
कुछ न बदला उसके औऱ मेरे दरमियां,वो अब भी बेपरवाह है पहले की तरह।
बिखर कर रह गया हर ख़्वाब मेरा,अब तो सांस लेने से भी डर लगता है। -
बिखर कर रह गया हर ख़्वाब मेरा,अब तो सांस लेने से भी डर लगता है।
मैं अक़्सर रातोँ से बातेँ किया करती हूँ,जब-जब दिल मे खामोशियाँ लिए फ़िरती हूँ। -
मैं अक़्सर रातोँ से बातेँ किया करती हूँ,जब-जब दिल मे खामोशियाँ लिए फ़िरती हूँ।
एहसान न करना कोई मुझपर अबइश्क़ हो तो ठहर जाना,न हो तो मुकर जाना -
एहसान न करना कोई मुझपर अबइश्क़ हो तो ठहर जाना,न हो तो मुकर जाना
मैं उसकी ख़्वाहिश न बन सकी,बेशक़ टूटकर चाहा उसने मुझे। -
मैं उसकी ख़्वाहिश न बन सकी,बेशक़ टूटकर चाहा उसने मुझे।
मेरी नाराजगी एक पल न रास आयी उसे,कैसे वो ज़िन्दगी भर सँभालेगा मुझे। -
मेरी नाराजगी एक पल न रास आयी उसे,कैसे वो ज़िन्दगी भर सँभालेगा मुझे।