जिन्होंने अपना सारा जीवन हमारे नाम किया ,
जितनी ज़रूरत थी , उन्होंने उससे ज्यादा दिया ।
बिन बताएं आंसुओं का कारण जान लिया ,
हमें खिलाने से पहले उन्होंने एक निवाला तक न लिया ।
बिन बताएं हर दुःख का राज़ जान लिया ,
अपने प्यार को उन्होंने न कभी कम किया ।
5 star hotel ये काम न कर पाया ,
उनके हाथ की बिना घी की रोटी ने दिल में स्थान पाया ।
बिना संवरे ही जिन्होंने खूबसुरती का खिताब पाया ,
कम पढ़ी-लिखी होते हुए भी ज़िंदगी का खाता सिखाया ।
जिनके दुलार में न कभी बदलाव आया ,
हां !! वो माँ हैं जिन्होंने हमें संसार दिखाया ।।
-Ritika Kothari
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