Ritik Agrawal   (Ritik)
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Joined 2 August 2020


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16 APR AT 22:02

वो खुद एक सवाल बन के रह गया,जो मेरी पूरी जिंदगी का जवाब था,सब सितारे है दिलासा देते मुझे,मगर चांद रातों को चीखता है बहुत,किसी की चाहत पर अब हमें एतबार ना रहा,अब किसी की खुशी का हमे एहसास ना रहा,इन आंखों ने टूटते हुए सपनो को देखा है बहुत,इसलिए अब जिंदगी मैं किसी का इंतजार ना रहा,उल्फत का यही दस्तूर होता है,जिसे चाहो शिद्दत से वही हमसे दूर होता है,दिल टूटकर बिखरता है इस कदर,जैसे कोई कांच का खिलौना चूर-चूर होता है।

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16 APR AT 22:00

वो खुद एक सवाल बन के रह गया,जो मेरी पूरी जिंदगी का जवाब था,सब सितारे है दिलासा देते मुझे,मगर चांद रातों को चीखता है बहुत,किसी की चाहत पर अब हमें एतबार ना रहा,अब किसी की खुशी का हमे एहसास ना रहा,इन आंखों ने टूटते हुए सपनो को देखा है बहुत,इसलिए अब जिंदगी मैं किसी का इंतजार ना रहा,उल्फत का यही दस्तूर होता है,जिसे चाहो शिद्दत से वही हमसे दूर होता है,दिल टूटकर बिखरता है इस कदर,जैसे कोई कांच का खिलौना चूर-चूर होता है।

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16 APR AT 14:12

गालिब समझ कर कांच का टुकड़ा तराशा मुझको दुनिया ने,फकत बना फिर भी नहीं कंगन तेरी नाजुक कलाई का..!!

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13 APR AT 20:17

चली गई हो छोड़ कर मुझे
मगर आज भी मेरे पास हो तुम
मेरी इस आम सी जिंदगी मैं
आज भी सबसे खास हो तुम
बातें भले अब होती नही अब हमारी
मान लेता हूं मुझसे नाराज़ हो तुम
मौन हो गया हूं तुम्हारे जानें के बाद
मगर आज भी मेरे दिल की आवाज हो तुम
बदल गया हूं अब बहुत ज्यादा
मगर मेरे बदलते अंदाज का एक लौता राज हो तुम
मगर जान लो आज भी दुआओं मैं जो मैं मांगता हूं
वो ख्वाइश वो खास हो तुम
जमाने की नजरो मैं कुछ बदल सा गया हूं मैं
मगर आज भी मेरी रूह का लिबास हो तुम
हजारों ने कोशिश करी यूं तो हसाने की मुझे
पर हस्ता कैसे जब मेरा कल मेरा इतिहास हो तुम
चली गई हो छोड़ कर मुझे
मगर आज भी मेरे पास हो तुम..!!

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25 NOV 2023 AT 14:54

कभी तुम भी लिखा करो मेरे लिए कुछ,मुझे सिर्फ लिखना ही नहीं पढ़ना भी अच्छा लगता है..।।

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19 MAR 2023 AT 14:14

गालिब तेरे फैसले पर सवाल ना उठाऊँ यही मेरा इश्क़ है,तुझे हर पल खुश देखना चाहूँ यही मेरा इश्क़ है..!!

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5 MAR 2023 AT 19:39

मैं जहर तो पी लू शौक से तेरी खातिर पर शर्त
यह है कि तुम सामने बैठकर सांसों को टूटता देखो।।

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21 FEB 2023 AT 12:27

ज़रा ज़रा सा मुझमें मैं,वो बेशुमार मुझमें है...
वो एक ही तो शख़्स है जो बार-बार मुझमें है...😘

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28 JUN 2022 AT 19:51

मैं यमुना की तरह तन्हा निहारूं ताज को कब तक
कोई गंगा मिले तो मैं भी प्रयागराज हो जाऊं...!!

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6 APR 2022 AT 13:17

वो ही मेरा साथी वो ही मेरा नाथ है,
धरती मिले जहाँ स्वर्ग से वो केदारनाथ है।।
ॐ नमः शिवाय ❤️🙏🏻❤️

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