संघर्ष जब आप संघर्ष कर रहे होते हो अपनी मेहनत से मंज़िल की ओर बढ़ रहे होते हो अपने हर प्रयास को सफल बनाने के पथ पर चल रहे होते हो उस समय आपके परिश्रम पर सवाल खड़े करने बहुत से लोग आएंगे बहुत से लोग आपकी मेहनत पर शक वो करेंगे पर इनका प्रभाव हम पर ज़्यादा नहीं पड़ता, हम सब हस कर टाल देते है । लेकिन जब हमारे माता पिता ही हम पर शक हमारी मेहनत पर शक करने लग जाते है, हम पर सवाल खड़े करते हैं । आवेश में आकर हम पर कटाक्ष करते हैं, तब हम टूट से जाते हैं, हम शायद खुद से ही हारने लगते हैं और हमारा भरोसा ख़ुद पर से उठने लगता है । हम ख़ुद को असह्य सा महसूस करते, शक करते हैं कि हम सही रास्ते पर तो हैं। और अंत में हम अपने लड़खड़ाते आत्मविश्वास को लेकर अपनी मंज़िल अपने लक्ष्य की ओर फिर से चल पड़ते हैं।।
सुनो, तुम आंखो में सपने लेकर चल रहे हो, एक अलग सा युद्ध खुद से ही लड़ रहे हो, ना मां बाप ने तुम्हारा साथ दिया, ना तुम्हारे प्यार नें, सब आ रहे हैं तुम्हारा हौसला तोड़ने, तुम बस खड़े रहना, सबके सामने डटे रहना, और एक दिन अवश्य आएगा, जब जीत तुम्हारी होगी।। #riteshdiary
वो पूछते हैं, लिखते क्यों नहीं हो तुम अब कुछ अब उन्हें क्या बताएं की.... कैरियर, जिम्मेदारियां, मां-बाप की उम्मीदें, टूटते सपनों को पूरा करने की जद्दोजहद, लगातार मिलते ताने और लोगों से मिलता तिरस्कार ने... शांत दिखते हुए भी मेरे अंतर्मन में, अलग सा शोर मचा रखा है... ज़िन्दगी की कश्मकश में लगा रखा है।।
Zindagi mein dukh to kai hai... phir bhi khud ko sambhal rhe hai mushkura rhe hai... maan to karta hai lga le maut ko gale par maa-babu ji ka chehra rok leta hai humne