नींद से उठकर, सबसे पहले ढूँढती हूँ तुम्हें..
ख्वाबों में इतने क़रीब जो रहते हो तुम!!-
Family lover
Wanna make my parents proud of me
मै तुझे फ़िर मिलूँगी,
कब, कहाँ, कैसे मालूम नहीं..
बारिश की बूँदों में
ओस के कतरे में,
ठंडी हवा के झोंकों में,
घुप्प सी छायी अँधेरे में,
या मिलूँगी तुझे,
तुम्हारे ख्वाबों में...
पर मैं तुम्हे मिलूँगी जरूर
कब, कहाँ, कैसे...मालूम नहीं ।।-
और फिर किसी ने मेरे बढ़ते कदम को रोक दिया,
वही मीठी सी खुशबू, जो तुझे पसन्द थी
दिल को लगा ये तुम ही तो नहीं
धड़कते दिल और तेज साँसों के साथ मुड़े हम..
पर फिर मेरे मन का वहम टूट गया,
सामने तुम नहीं थे,
ये तो "बेला का पौधा" था
वही फूल जिसकी खुशबू तुम्हें पसंद थी... 💖-
वहम था कि वो मेरा सुख - दुख का साथी है,
भ्रम तब टूटा, जब मुझे बर्बाद होता देख,
वो खुश हुआ... 💔-
बाहर से तो कब का तुझे रुख़्सत भी कर दिया,
कि मैं क्या करूँ, मेरे अन्दर से तू नहीं जाता
दस बार धूल चुकी हूँ, वाशिंग मशीन में,
मेरे कपड़ों से तेरा महक नहीं जाता...!!-
आज मौसम कुछ सर्द सी है,
दिल टूटा है कहीं, और आँखों में दर्द भी है
बतानी थी सारे ज़ख़्मों की कहानी,
पर जिसने ज़ख़्म दिया, वो हमदर्द ही है!!-
Dear November
I Hope You Come
With Less Pain
And More Love
Please Be Kind...!! 🤞-
काश तुझे उस रोज पहली बार,
मेरी आँखों ने देखी ना होतीं,
तो आज तेरी प्रेम कहानियाँ देख कर,
तड़प कर रोईं ना होतीं...!!-