सिफ़्र है सफ़र हमसफ़र के बिना,
अधूरा हर क़िस्सा मगर के बिना,
सफ़र में है क़िस्सा, मगर तू नहीं।-
#RishuAnandMridula ❤️
'कविता की कहानी' किताब की लिंक 👇🏻
Read my En... read more
दोस्ती सुकून है, जुनून है,
कभी बहुत गम्भीर कभी कार्टून है,
आगे बढ़ने का हौसला और
बहकने पर सियासत-ए-मुदुन है।
दोस्ती को समेटना चाहूँ लफ़्ज़ों में अगर,
ज़िन्दगी के जिस्म में बहता ख़ून है,
मेरी हर कहानी का मज्मू' है।-
थोड़ा सा स्लो ज़रा सा ब्रिस्क,
ब्लिस के साथ ज़रा सा रिस्क।
ब्यूटीफुल और इटरनल भी है,
हम तुम और इश्क़-ही-इश्क़।-
अजीब चीज़ है ये दुनिया, हर बात पर देती है ताना,
घर में रुके हो तो निठल्ला, निकल पड़ो तो आवारा।-
कविता जो लिखी नहीं अब तक,
क्यूँकि वो मिली नहीं अब तक।
उसका चित्रण कैसे कर पाऊँगा,
खिड़की वो खुली नहीं अब तक।-
मैं यहाँ-वहाँ नग्में-तराने ढूँढता रहता हूँ,
नए-पुराने कुछ अफ़्साने ढूँढता रहता हूँ।
मैं भी हूँ भीतर से बिल्कुल तुम्हारे जैसा,
ना सोने के नए बहाने ढूँढता रहता हूँ।-
दुआ है जहान के अपनेपन में साद रहूँ,
नई पौध के लिए मिट्टी-पानी-खाद रहूँ।
हक़ीक़त जो जैसी है सबके सामने है,
कम-से-कम ख़्वाब में तो आबाद रहूँ।
सामने हूँ तो सब की नज़र मुझ पर है,
काश! किसी के मन में जाने के बाद रहूँ।
अकेलेपन में सब को याद आता हूँ मैं,
कोई हो जिसको भीड़ में भी याद रहूँ।-
कुछ इस तरह हमारे इश्क़ का शबाब होना था,
मुझको सिर्फ़ तुम्हारा पसंदीदा ख़्वाब होना था।
हमारे सफ़र में हमसफ़र हैं जाने कितने सवाल,
दोनों को एक-दूसरे का सटीक जवाब होना था।-
आज केवल देश के किसान नहीं जीते हैं,
पूरा देश जीता है, देश के सर्वजन जीते हैं।
जीत अभी बाक़ी है, जश्न अभी अधूरा है,
सब को ऐसा लगना बाक़ी है, सब जीते हैं।-