दर्द - ए - काहिल दिल
के इलाज वालें
मरहम को भी....
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Brings new thoughts in this real world...
Motivational, emotional, l... read more
महफ़िल में इकठ्ठा था हर कोई,
बात चली मेरे लफ़्ज़ों की...
किसी ने कुछ यूँ बयान किया,
कि एक रूह से मेरी पहचान हो गई।
वो शख़्स नहीं था सामने,
मगर उसके अहबाब में कोई ऐसा था,
जिसकी आँखों में मेरी ख़ामोशी उतर आई...
ज़िक्र था मेरा — मगर असर उसका हो गया।
न मैंने कुछ कहा, न उसने कोई सवाल किया,
पर दिल से दिल का फ़साना शुरू हो गया।
चेहरों की भीड़ में एक सुकून था,
जो बेआवाज़ मेरी तरफ़ खिंच आया।
शायद कुछ रिश्ते इल्म से नहीं,
अहसास से लिखे जाते हैं...
और कुछ मिलन, दुआओं की राह से आते हैं।
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पता नहीं क्यूँ???
पता नहीं क्यूँ
मुस्कान की वज़ह हो तुम
खाली समय की नायब ख्वाब हो तुम
सालो पहले मेरे पाषाण हृदय
का आराम हो तुम
जब उसका दर्द अपन सा लगे
जब संघर्ष करे वो और ताकत मैं बन जाऊँ
जब उसके आखें मेरा दर्पण लगने लगे
और इंतजार करना आदत बन जाए
ऐसी इश्क हो तुम..
जरूरी नहीं तुम्हें भी वही इश्क हो
एक झलक की इश्क मे
काफी हो तुम....
रब से हुई वाबस्ता हों तुम,
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बहुत अर्सा बाद......
मोहब्बत का पैगाम आया है,,
अपना भी मिजाज़ बदल सा गया है,
कभी न सोचा था फिर से इश्क फरमाने का,
कभी न सोचा था फिर से इश्क फरमाने का,,
गहराई थी इतनी उनके शब्दों मे,
नजाने कब,
कुर्बतों ने एहसास कराया मेरे होने का,
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उन्हें भी याद आयेंगे
जहां न हमारा कदर हुआ
न जिक्र..
वक़्त के साथ हम तो आगे
निकलेंगे जनाब
तुम वक्त़ के पाशों मे
बंधे रह जाओगे...
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अन्तरात्मा सा इश्क
एक अजीब सा एहसास
मेहसूस हुआ, सालो बाद
जब से तुमसे बाते हुईं.
सुकून सा अनुभव किया
जब मन का स्पर्श तुमसे हुआ
अजनबी हो लेकिन लगता है
वर्षों से तुम ही हो ..
खुद को तुममे मैंने खुद को पाया
अंतरात्मा सा इश्क है हमारा,
जिसे संजोग ने फिर से मिलवाया
❤️-
कुछ हादसे जिंदगी के सही
फैसले सीखा जाते है
ME in my current situation....-
तुम मिले, जब मुस्किल और परेशानियों ने घेरा
हुआ था.....
एक रोशनी हो तुम
जिसने घने बादल को चिर कर
मेरे मन को छू लिया...-