दिल की दरख़्तें खाली रह जानी ही हैं
दुनिया को करनी अपनी मनमानी ही है
मुझको मालूम है तुमने छिपा के रखा है ,
तेरे मन में इक अनकही कहानी भी है
कहानियों को मुकम्मल ठौर दिया करो,
सच कहता हूं दोस्त
"ख़्वाब देखा करो"-
"पुरुष हमेशा अपनी पसंदीदा स्त्री को खोता रहा है और स्त्री कभी अपने पसंदीदा पुरुष को पा नहीं सकी है, जीवन फिर भी शाश्वत चलता रहा है ,यही शक्ति का प्रतीक है और शक्ति हीनता की पराकाष्ठा भी!"
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इश्क है ,तो बता दिया कर,
तड़प है ,तो दिखा दिया कर ।
मरना तो तेरा तय है , रे आशिक!
बुझते -बुझते, मशालों से चिंगारियां ,
उड़ा दिया कर।-
A Paradoxical Girl
So full yet so void
Glimpse of magic yet so real!
The brightest vibe of the darkest aura.
So serene yet so blaring!
Softest pitch of the biggest daring.
A blooming one in the glooming one.
An assasin angel !
So tranquil yet so desperate.
An opaque piece of glass !
So firm yet so fragile
The coldest piece of fire.
A shallow ocean!
So different yet so monotonous.
A sneaky verse of the finest poetry!
So sombre yet so vibrant.
A girl "easy to fall ,hard to love"!!-
देखो कौन ये आधी रात को पीकर घर आया है,
जरा पता करो दोस्त क्या फिर से कोई रिज़ल्ट आया है।😁🍺-
"यूं तो पारा भी गिरा है मेरे शहर में,
पर सिहरन आज भी तेरे छोड़ जाने की है।
सर्द हवाएं भला क्या बिगाड़ लेंगी मेरा,
कि देखा है मैंने आग रिश्तों की ठंडी पड़ते।"
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सीमाएं होती हैं इंसान की नफरतों का उग्र यथार्थ,
और
सैनिक है मानव लिप्सा का निरीह प्रहरी नि:स्वार्थ।-
जो निकला किस्सा छोटा सा ,पुरानी गली से,
अख़बार में छप , सनसनीखेज दास्तान हो गया।
इन्सान तो अब खैर ज्यादा दिखते नहीं,
मेरा आधा शहर हिन्दू और आधा मुसलमान हो गया।-
"काश फिर से हो चले जिन्दगी ,बचपन सी आसान,
एक नदी,एक मकान,एक पहाड़ अौर एक सा इन्सान ।"-
मेरी सफलता को मत आंक मेरे दायरा ए मकान से,
मुझे मेहनतों का सबब मिला है मेरी मां की मुस्कान से।-