Rishabh Srivastava   (Rshbh Srivastava(आज़माइश))
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Joined 10 May 2020


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Joined 10 May 2020
14 DEC 2024 AT 23:19

मोहब्बत का किस्सा..
सब ही का था हिस्सा!!
थी सुकूं की रातें!
थी अनगिनत ख्वाहिशें!
नज़र लग गई है!
इन सितारें ए रात को!
सुनो मेरी चंदा!!

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1 DEC 2024 AT 3:06

सर ऐ राह हमने उससे कुछ कहा नहीं...
उसके तरफ मैं कभी गया नहीं.
मैं हमेशा से उसी का था!
ख़बर उसे कभी थी ही नहीं!!

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6 OCT 2024 AT 11:56

भींगी सी एक रात ये..
ले आयी क्या साथ ये?
धड़कने जो हमे कहने लगी है!!
ख़ामोशी के दरमियां..
कब चाही थी बात ये?
धड़कने जो हमे कहने लगी है!!!!
ना कहो, ना सुनो!
जिंदगी ख़्वाब सी होने लगी हैं!
सुकूं चैन से सोने लगी है!!

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21 SEP 2024 AT 23:15

आज ऐसी बैचेनी छा रही है ,
महलों तक वीरानी आ रही है!!

भीड़ में शोर का हिस्सा हूं.
तन्हाई काले बादल की तरह छा रही है!

यूँ तो दिल गुमनामी में भी लग जाता है,
क़ैदियों की आवाजें आ रही है!!

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15 SEP 2024 AT 20:57

एक रोज कोई आएगा सारी फ़ुरसते ले कर,
एक रोज हम कहेंगे, जरूरत नहीं रही!!

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13 SEP 2024 AT 20:53

Why do you keep Dead Roses? She asked.

"I cherish Dead Roses as they live between the pages of my books. I believe, A fresh Rose is loved for its beauty but the dead one is beyond beauty. A fresh Rose is smelled for its scent but a dead one for the memories. A fresh Rose gives the feel of softness but a dead one gives the feel of past. A fresh Rose lives for days but a dead one FOREVER." He replied.

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1 SEP 2024 AT 6:38

दिन ढल गई और रौनके अख्तियार हुई,
बिन उसके जिंदगी तार तार हुई!
दूर जहां की फ़िक्र हमे नहीं..
वो जहां रहे, जन्नत-ए-फिरदौस साथ हुई!!

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22 AUG 2024 AT 4:42

नफ़रत का मेरा इरादा नहीं
कि तू ख्वाबों में अब आता नहीं!!
तुझसे मोहब्बत के दिन अच्छे गुजरे..
तुझसे मोहब्बत के दिन अच्छे गुजरे..
नफ़रत के मेरे इरादे नहीं है
तुझको भुला दूंगा एक दिन,
हां शायद आरज़ू है मेरी, ये वादा नहीं है!
और मोहलत हो तो मुलाक़ात होगी..
के तुझ पे हक़ अब इससे ज़्यादा नहीं!!

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18 AUG 2024 AT 16:31


You are my whole world!
Why will I come to your space?
Yes every stars has its own story.
But I belongs to orion!!

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15 AUG 2024 AT 19:08

सिलसिला ए मोहब्बत दूर तक रहा,
वज़ूद मेरा, सासें मेरी, रूह साथ रहा!!

एक उम्र तक मैं उसका बड़ा कीमती रहा,
मैं एहम था, ये वहम था बड़ी देर तक रहा!!

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