कोई अनजाना सा मिल गयाइन्हीं कहीं अन्धेरों मेंकोई अपना सा मिल गयायूँ तो, ना जाने कब से आँखेंकिसीकी की ताक में तो थी हीइस शाम के डूबते सूरज से पहलेबस..........हमारा तो दिल गया - ©myjoopress
कोई अनजाना सा मिल गयाइन्हीं कहीं अन्धेरों मेंकोई अपना सा मिल गयायूँ तो, ना जाने कब से आँखेंकिसीकी की ताक में तो थी हीइस शाम के डूबते सूरज से पहलेबस..........हमारा तो दिल गया
- ©myjoopress