बेशक देखकर मुझे हैरान होगी पत्थर दिल,
कैसे ? रोका हैं ख़ुद को समेटकर आंसुओं को आंखों से!!!❤️ — % &-
🇮🇳I love India 🇮🇳
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बेशक देखकर मुझे हैरान होगी पत्थर दिल,
कैसे ? रोका हैं ख़ुद को समेटकर आंसुओं को आंखों से!!!❤️ — % &-
न समझ पाया उसे जो सांसों की सलामती की फ़रियाद करती थी,
वक्त ने ऐसा ताबीज़ बनाया अब दूर दूर तक उसकी आहट भी नहीं आती!— % &-
तू कोशिश ना कर हर किसी को ख़ुश रखने की,
क्योंकि इस दुनियां में ख़ुदा से भी हर कोई ख़ुश नहीं हैं!-
प्रेम का ऐसा संगम ना देखा कभी,
रूखमणी के होते हुए भी राधा बनी श्याम की!-
महकती रहती हैं खुश्बू तेरी
तू बहती रहे हवा के साथ..
मैं खींचा आऊं तेरे पास....।-