Richu Tulika   (ऋचू की तूलिका...✍️🏻)
2.6k Followers · 1.9k Following

🎂Blow Candles on 4 July
💻 Insta id- @bolti_tulika
Joined 22 March 2021


🎂Blow Candles on 4 July
💻 Insta id- @bolti_tulika
Joined 22 March 2021
1 MAY AT 22:23

**मजदूर हैं मजबूर नहीं**

वो मील के पथ पर।
जोड़ते मील के पत्थर।।

धूप हो या छांव हो,
या घनी  ठाव  हो,
ईट को वो तोड़ जोड़
भवन बनाते फिर बेजोड़,
हर परिस्थिति में रहते
वो मुस्कुराकर हंसकर,
जोड़ते मील के पत्थर।
वो मील के पथ पर।।

मजदूर हैं मजबूर नहीं ,
है किसी बात का गुरुर नहीं,
लहजा बदल जाता है मालिक का
अरे टूटा है प्याला कोहिनूर नहीं,
है अल्प आय तो क्या
रहती ईमानदारी रच बस कर,
जोड़ते मील के पत्थर।
वो मील के पथ पर।।

-


4 APR AT 23:56

ऋचाऐं होली आज श्री कृष्ण को  खिलाऐं हैं,
राधिका भी राग में रसिक फाग गीत गाऐं हैं।
भर उमंग तके नयन कैसे रंगू घनश्याम को,
गोप,गोपियाँ हो मगन रासलीला रचाऐं हैं।

नारी दें रहीं गारी जो भर- भर मारे पिचकारी हो,
मधुर सरस रस पी रहीं  लगें रंगीली पियारी हो।
फूल की होरी खेल-खेल श्याम भी मुस्काऐं हैं,
ऋचाऐं होली आज श्री कृष्ण को खिलाऐं हैं।

सुनैना भी खेले संग -संग मन उमंग पिए भंग  है,
भीगी चूनर,भीगा तन और चोली अंग में तंग है।
रंग रंग की रंगीली धार छोड़ प्रेम रंग लगाऐं हैं,
ऋचाऐं होली आज श्री कृष्ण को खिलाऐं हैं।

गोरी के लाल गाल हैं कमाल बिन मले गुलाल के,
होरी-होरी छिछोरी छोरी हुल्लड़ करें कमाल के।
झांक-झांक देखे नाच 'तूलिका' मन लुभाए हैं,
ऋचाऐं होली आज श्री कृष्ण को खिलाऐं हैं।

-


4 APR AT 23:54

साली ने जीजा को फूल बनाने का प्लान बनाया।
दूसरे नंबर से उसने चट जीजा को फोन मिलाया।।
बोली मेरे बच्चे को लेना है, आप के स्कूल में ही एडमिशन।
बस हुआ है 2 बार फेल, चाहे जैसे हो दे दो आप परमीशन।।
नहीं दोगे आप एडमिशन, तो कल घर आपके मैं आऊंगी।
पुराना है याराना अपना, ऐसा आपकी पत्नी को बताऊंगी।।
जीजा हो गए परेशान , हाय! आई ये कैसी समस्या भारी।
फेलियर लड़के को एडमिशन दूं, नहीं घर तोड़ देगी ये नारी।।
यही सोचते सोचते अचानक, जीजा के दिमाग में कुछ खयाल आया।
बोले हो जाएगा काम आपका, आपकी बातों में अपनापन नज़र आया।।
है कोयल सी आवाज आपकी, तो आप कितनी सुंदर होंगी।
सोच रहा हूं चाल होगी मृगनयनी जैसी, आंखे जैसे समुंदर होंगी।।
सुन साली डर गई अब तो, उल्टा दांव कैसे मुझ पर ही पड़ गया।
मैं तो बस मजाक कर रही थी, बोल उसका चेहरा शर्म से गड़ गया।।
जीजा बोल डरो नहीं साली जी, मैंने आवाज पहचान लिया था तुम्हारी।
फूल बन गई तुम खुद से ही, न थी मेरी अप्रैल फूल बनाने की तैयारी।।

-


4 APR AT 23:42

तेज है प्रवाह, प्रभाव भी है तेज।
गंगा तेरे सानिध्य में, रहे न कुछ निस्तेज।।

-


4 APR AT 23:38

जब पहनूं मैं गुलाबी साड़ी, तुम बिंदी का चांद बना देना।
मेरी मांग में सिंदूर सजाकर,सादगी में चार चांद लगा देना।।

-


27 MAR AT 9:43

होली, हो... ली...!
और पीछे छोड़ गई,
कुछ छींटे रंग के,
अपनेपन के रंग
प्यार, स्नेह के रंग...
इस आशा के साथ,
कि जैसे ये रंग दीवार पर
अपनी छाप छोड़ जाते हैं,
वैसे ही
एक दूजे के दिल में
हम अपने
स्नेह, प्यार
की छाप छोड़ सकें...
जो बना रहे
जन्म जन्म तक।
फिर आएगी होली
अगले बरस
रंगों को मजबूत करने।
इस बरस की
होली, हो... ली...!

-


25 MAR AT 9:13

मेरे कान्हा! अपनी प्रीत में
कुछ ऐसा कमाल कर दूं।
बनकर तेरी राधा खुद को तेरे
गालों का गुलाल कर दूं।।

-


21 MAR AT 21:38

मिली खुशी जो आज है, नहीं रहा अब कुछ शेष।
बारंबार  प्रणाम करूं, श्री ब्रह्मा, विष्णु, महेश।।

-


21 MAR AT 21:26

मिली खुशी जो आज है, नहीं रहा अब कुछ शेष।
बारंबार  प्रणाम करूं, श्री ब्रह्मा, विष्णु, महेश।।

-


21 MAR AT 21:26

मिली खुशी जो आज है, नहीं रहा अब कुछ शेष।
बारंबार  प्रणाम करूं, श्री ब्रह्मा, विष्णु, महेश।।

-


Fetching Richu Tulika Quotes