जिंदगी अभी तो और मोड़ भी वाकी है।
जब भी किताब को लिखती हूँ
कुछ ना कुछ छूट ही जाता है।।
कुछ पन्नो के शब्दों मे जिंदगी के रंग वाकी हैं
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थोड़ी सी छाव।।
जिंदगी के हर मोड़ पर मिले नयी शेहर की एक नाव
जहाँ भी जाऊं एक नयी दुनिया बनाउ।।
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जिंदगी की नयी कहानी
मेरे अपनो की जुबानी
कुछ नयी कुछ पुरानी
दिलो को छु जाने वाली कहानी।।-
बादल की ऊंचाइयों को छूना हैं ,
तो भरो उड़ान अपने अरमानो का
चल दो अपनी मंज़िल की और
कर दो अपने सपने साकार।
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हर किताब के पन्ने पर
अपना हर सपना लिखना चाहू,
उन सपनों को पूरा करके अपने मुक़ाम पर पहुचना चाहू।
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परिन्दों को उड़ने दो,
आज़ादी की और बढ़ने दो
अपने घोंसले को बनाने के लिए
पूरी मेहनत करने दो
अपने परो से उड़ान भर कर
अपने आशियाने को बनाने के लिए
अपनी आज़ादी से मेहनत करने दो।-
बेहतर को बेहतरीन चाहिए,
सच्चे को सच्चाई
अच्छे को अच्छाई
सुंदर को सुन्दर दृश्य चाहिये।
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खाशियत हमारी बस यही हैं,
की हम सबको खाश समझते हैं
हो वो चाहे कितना अलग सबको
एक समान समझते हैं,
जात-पात, धर्म-अधर्म हम नही समझते
सब समान इस संसार में सबको एक जैसा शरीर ही मिला है
उसमे बस एक रंग ही अलग हैं, वाकी सब लोगो की सोच है।
लोगो को रंगों और जाति में तोलना छोड़ दो।
बस इन्सानियत का रिश्ता जोड़ दो ।-
आँखों से नज़ारे तभी ज्यादा अच्छे लगते हैं,
जब नज़र सही हो, और नज़ारे भी।-
ख़ुशी के आने की,
वो दुआ है, माँ की
जो ख़ुशी की धुन बड़ी तेज़ी से सुनाई देती हैं।
क्योंकि बस वही है इस दुनियां में जो कभी अपने बच्चे का बुरा नही चाहती।-