"भविष्य की चिंता , वर्तमान की जिद्द" -
"भविष्य की चिंता , वर्तमान की जिद्द"
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" तुम्हारे नजरों में" " मैं" -
" तुम्हारे नजरों में" " मैं"
तुम तलाश रहे मुहब्बत जिसमेंजिम्मदारियों से वो भरा हुआ है,,,ऐसे ही नहीं वो है खड़ा अकेलाउसे अकेला किया गया है।।।। -
तुम तलाश रहे मुहब्बत जिसमेंजिम्मदारियों से वो भरा हुआ है,,,ऐसे ही नहीं वो है खड़ा अकेलाउसे अकेला किया गया है।।।।
किसी ने नकाब ओढ़ाई , किसी ने घूंघट ओढ़ा दिया।जब बात आई इज्जत की, तो उसकी पोशाक को गुनाहगारबता दिया।। -
किसी ने नकाब ओढ़ाई , किसी ने घूंघट ओढ़ा दिया।जब बात आई इज्जत की, तो उसकी पोशाक को गुनाहगारबता दिया।।
"पिता के भाव पुत्री के नाम" -
"पिता के भाव पुत्री के नाम"
अगर हम साथ होते,,,,, तो शायद पूरे जज्बात होते,,,,पर हो न सका ऐसा,,,,,इसलिए ये एहसास है अधूरा।। -
अगर हम साथ होते,,,,, तो शायद पूरे जज्बात होते,,,,पर हो न सका ऐसा,,,,,इसलिए ये एहसास है अधूरा।।
जरूरी नहीं हर किसी को वक्त लगे बड़ा होने में।कभी कभी एक पल में ही बड़ा कर देती है जिंदगी।। -
जरूरी नहीं हर किसी को वक्त लगे बड़ा होने में।कभी कभी एक पल में ही बड़ा कर देती है जिंदगी।।
मैं स्त्री हूं,,,, -
मैं स्त्री हूं,,,,
दे वर वीणा वादिनी , खुद में ज्योति जलाने को।ले अपने सानिध्य में, जग को भूल जाने को।।। -
दे वर वीणा वादिनी , खुद में ज्योति जलाने को।ले अपने सानिध्य में, जग को भूल जाने को।।।
राधा का प्रारब्ध खुद में ही पूरा है,,वो कृष्ण है जो सोलह हजार के बाद भी अधूरा है।।। -
राधा का प्रारब्ध खुद में ही पूरा है,,वो कृष्ण है जो सोलह हजार के बाद भी अधूरा है।।।