I identified you as kin, as one of my own.
You identified me as a HINDU.-
I decided not to write you.
My Blank diary,
Unused pen,
Now they hate me.
Like I hate you.
I promised to not write you next time,
Like I promised to not love you.
Next time, i will promise again.
To not write you.-
My bleeding hands,
curse me,
abuse me, every second.
For the way I held you.
And I can’t be more proud.-
तुझे दुनिया से बेहतर जानना ही अभिलाषा थी मेरी।
तुझे तुझसे भी बेहतर जानना ही बस एक गलती थी मेरी।
(Caption)-
The abandoned scribbles lying in a corner peacefully,
The completed ones screaming for audience.
When did art become a dog and pony show?-
शायद तुम बदल चुके हो,
या शायद ये संसार बदल चुका है।
शायद तुम्हारा प्रेम बदल गया है,
या शायद इस संसार में प्रेम करने के तोर तरीक़े बदल गये।
शायद तुम फ़िक्र करना भूल चुके हो,
या शायद बेफिक्र रहना भी फ़िक्र जताने का नया तरीक़ा है।
शायद जज़्बात अब थोड़े कम है,
या शायद जज़्बात दिखाना अब रिवाज में नहीं है।
शायद तुम्हारी नज़रें अब भीड़ मैं मुझे नहीं तलाशती
या शायद मुँह मोड़ लेना भी एक क़िस्म का इश्क़ है।
शायद तुम्हारी पसंद बदल गई है,
या शायद पसंद नापसंद से दूर वो रूहानी मोहब्बत अब चलन में नहीं है।
शायद मुझसे किए वादों के मायने तुम भूल चुके हो,
या शायद ज़माने में प्रेम के मायने बदल गए है।
शायद तुम बदल चुके हो!-
तू जितना मुझे तोड़ेगा
मैं उतनी मज़बूत बन के उभरूँगी
तू जितना मुझे ज़मीन पर पटकेगा
मैं उतना तेरी नज़रों में ज्वाला बन के चमकूँगी
तू जितना मुझे परखना चाहेगा
मैं सोने के समान उतना निखर के निकलूँगी
क्या सन्मुख मेरे तेरी औक़ात है
मैं हूँ तो तेरा वज़ूद है
मेरी हर कोशिश से ही तो तेरी पहचान है
मैं हूँ जिसने तुझे जन्मा है
तुझे सींचा है
तुझे सच करने को मैंने हर एक पल जिया है
आख़िर तू है क्या
“बस एक सपना मेरा।”-
अगर सुकून बयां करने को कहा जाए,
तो तुम्हारा नाम लेना क्या गुस्ताखी होगी !-