इश्क़ तो हमने उनसे सरेआम किया है ,
मोहब्बत का पहला घोट, उनके होंठो से पिया है!!!-
इतना लगाव भी किसी के साथ ठीक नही है...
की एक तरसता रहे , दूसरा बेफ़िक्र रहे !!!-
ज़िन्दगी जी ली है हमने कुछ पल में ही उनके साथ,
बाकी दिन गिन रहा हु, बेशक़ीमती यादों के साथ !!!-
ज़िन्दगी सुलझाने की तम्मना है किसे,
इरादा तो उनकी बाहों में उलझने की है !!!-
कोई पूछे तो बताना इश्क़ सरेआम हुआ था,
सबकी क़िस्मत का सितारा, सिर्फ़ हमारे नाम हुआ था !!!-
बड़ी शिद्दत से मिली थी हमें, हमने सब खो दिया
ज़िम्मेदारियों के एवज़ में हमने, अपनी ज़िंदगी खो दिया !!!-
फ़ूलो की ताज़गी संग तुम्हे अलविदा भेजा था...
शायद भूल गया था मैं,
किताबों में सूखे फ़ूल भी इश्क़ को ज़िंदा रखते है !!!-
तेरी तस्वीर देख के भोले का शुक्रिया करता हूं,
आख़िर किसी को तो मिली, सुकून से भरी रात !!!-
कुछ ऐसा हुआ मेरे नसीब का, तेरे जाने के बाद,
जैसे गंगा हो रूठी मुझसे, काशी में आने के बाद !!!-