Renuka Baghel  
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❣️Ex-NAVODAYAN❣️
🍁Feeling love with writing🍁
🥀Poems, shayri, gazal....
Joined 2 April 2021


❣️Ex-NAVODAYAN❣️
🍁Feeling love with writing🍁
🥀Poems, shayri, gazal....
Joined 2 April 2021
2 MAY 2021 AT 13:06

Chhattisgarh ❤️
🤗😍

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29 APR 2021 AT 15:12

मेरे मुस्कुराने पर भी वो पूछ लिया कि
"उदास क्यों हो?"
ना जाने कितना कुछ जानता होगा वो
मेरे बारे में 🤗

- रेणुका बघेल

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29 APR 2021 AT 14:25

कहते हैं अंधेरे में चलने के लिए छोटी और हल्की-सी रोशनी की किरण काफी होती है।
उम्मीद की किरण हमेशा बनी रहती है ,बस हम उसे देख नहीं पाते हैं।

- रेणुका बघेल

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29 APR 2021 AT 14:07

शब्दों की खुबसूरती विचारों की महत्ता बढ़ा देती है।

- रेणुका बघेल

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27 APR 2021 AT 15:45

No relationship is waste of time
🌷

किसी गलत इंसान के साथ रिश्ता
हमें बहुत कुछ सीखा जाता है ..
और वही एहसास
किसी सही इंसान के लिए हमें तैयार कर देती है।
❤️
एक दिन वो पीछे मुड़कर जरुर देखेगा और सोचेगा

Damn! that girl was really loved me ...
Why didn't I accept her ?


- Renuka Baghel


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26 APR 2021 AT 10:01

😊😊😊

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25 APR 2021 AT 11:59


🍁🍁🍁🍁🍁

One sided love is most powerful love because only one person has right over this love ...

And loneliness is it's beauty ❤️


--- Renuka Baghel

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24 APR 2021 AT 17:22

किसी से मोहब्बत करने का मतलब
हमेशा उसे पाने लिए लड़ना नहीं होता...
कभी-कभी उसकी खुशी के लिए
उसे दूर जाने देना भी इश्क़ है जनाब...

- रेणुका बघेल

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24 APR 2021 AT 16:52



बदनाम रिश्ते

कहते हैं इश्क़ बहुत ही प्यारी है ,
कभी ढेर सारी खुशियां तो कभी तक़लीफों की मारामारी है ,
किसी की खुबसूरत दुनिया तो किसी की जंग जारी है ,
क्या बताएं अब तो रिश्ते ही कर देते रिश्तों में बिमारी है ,
बेशर्म दिवाने बन दिलों में करती सियासत दुनिया सारी है ,
फिर भी इश्क़ को बदनाम कर सबको ताना मारी है ,
पीर बरसों से छुपाती ये दिल बेचारी है ,
नासुर हर दर्द की गवाही देती और जहमत भी फुहारी है ,
मौशिकी और आशिक़ी में घायल हर मन बुखारी है ,
मोहब्बत के पहिए ढकेलते सफर में कई बदनाम सवारी है ,
मेरी कहानी भी कम नहीं बदनाम रिश्ते बन मस्तमौला खुमारी है।

- रेणुका बघेल

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24 APR 2021 AT 13:13

निगाह इधर एक बार कर..
शब में जगे इन आंखों में उतर शामें गुजार लूं ।।
इन लबों पे रुखसार कर...
उन पर मेरे होंठों के गुलाबी रंग उतार दूं ।।

- रेणुका बघेल

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