5 AUG 2018 AT 23:12

नया नौ दिन, पुराना सौ दिन।
लोग ऐसे ही नहीं कहते।।
नए लोग दोस्ती का जामा पहन।
अपने से आते हैं ज़िन्दगी में।।
चुपचाप निकल लेते दबे पांव।
घोंप ख़ंजर दोस्ती की आड़ में।।
एहसास हुआ कि वही हाल है।
नए दोस्त कुछ दिन, पुराने दोस्त सब दिन।।

- © Renu Rathore