शाम के इंतजार में अलसाई सी।
दिन ढला, शाम भी हो गई रुखसत,
चांद-सितारों संग रात टिमटिमाई सी।
साथ अपने फिर से कुछ लाई भी,
तन्हाई...मीलों लम्बी तन्हाई सी।-
#A_beam_of_light
#तेरी_बंदगी_ही_मेरी_ज़िंदगी
#AB+ (All time be positive)
•Urdu... read more
मगर चुप भी रहा ना गया।
जो कहर डाया सितमगर ने,
वो मज़लूम दिल से सहा ना गया।
चाहते तो थे उसे महफ़िल में बेनकाब करना,
बस जैसे ही देखी उसकी लाचार, बेबस, गमगीन सूरत
फिर हमारी ज़ुबान से एक भी लफ्ज़ कहा ना गया।-
और कितना जलायेगी ए ज़िंदगी!
हम जलते हुए दीये की बाती तो नहीं
जिसे तू रफ्ता-रफ्ता, घड़ी-दर-घड़ी
इत्माम की ओर लिए जा रही है।
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यकीं कर तो लें हम तेरा,
मगर यकीं करने के लिए
यकीं का होना भी तो ज़रूरी है।-
are only those which are having saffron at the top, and white in the middle along with 24 spokes of navy color.
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इन ख़्वाबों का भी नहीं कोई जवाब, कुछ ऐसा है इनका ताब।
ये धरती को कर दें आसमां और आफताब को बना दें महताब।
ये फकीर को भी बना दें नवाब और बंजर दिलों को कर दें शादाब।-
जो हासिल ना होकर भी हासिल है,
दिल से लेकर रूह तक में शामिल है,
सही मायनों में
वही इश्क-ए-हक़ीक़ी है।-
वो जिन्हें फिक्र में
रात-भर नींद नहीं आती थी।
मौत वो दिलरुबा है
जिसके आगोश में मुसाफ़िर
लंबे सफर की सारी थकान भुला कर
सुकून से समा जाता है।-
दिल हल्का करने से क्या होगा साकी!
दिल भरा रहे तो ही अच्छा है।
कैफ़ियत के आलम में,
खाली दिल खाली जाम सा खलता है।-