Reni/ Rani Rana   (रानी)
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Joined 3 June 2020


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26 FEB AT 20:38

बिखर कर इस बर्फ में गुलाब की तरह
घुल गया होगा इन वादियों में खुशबू की तरह
ये इश्क है जनाब मरना नहीं जानता

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26 FEB AT 20:21

किसी को उतना ही बुरा कहना
जितना तुम खुद के लिये सून सकते हो
याद रखना पानी तब तक शीतल होता है
जब तक संयम न टूट जाए
आग तब तक ताप है
जब तक चिंगारी न उठ जाएं

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12 JAN AT 10:34

उठो द्रोपदी पहचान अपनी बनाने को
यह त्रेता युग नहीं जो कृष्णा आए चीर बचाने को
हाथ बढ़ाओ द्रोपदी अपने ज्ञान से सजाने को
फिर नहीं आएंगे कृष्ण गीता के पाठ पढ़ने को
उठो द्रोपदी जीवन अपना संवारने को
फिर नहीं होगा महाभारत तुम्हारा मान बचाने को
उठो द्रोपदी केश सवारों दुनिया को जताने को
वस्त्र नहीं दोषी नियत पर सवाल उठाने को
उठो द्रोपदी फिर न्याय बचाने को
निशब्द है जो शब्द शक्ति उसमें लाने को
उठो द्रोपदी सवाल उठाने को
आंधी सभा से जबाब पाने को
उठो द्रोपदी पहचान अपनी बनाने को
.........

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3 JAN AT 22:30

खो कर तुमको हम मुस्कराएंगे
जमाने को फिर प्रेम समझाएंगे
तुमसे मिलने हम खुशबू बन आएंगे
दो पल ही सही हम साथ होने का जश्न मनाएंगे

ये मत कहना हम वफ़ा भूल जाएंगे
कई फर्ज है हमारे हम कर्ज भूल जाएंगे
इस जन्म न सही कहीं तो मिल ही जाएंगे
वादा है हमारा तुम्हें ज्यादा न सतायेंगे

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3 JAN AT 22:12

तुझे खोने का डर अब नहीं है मेरे दोस्त
तेरी दगाओं ने हमें भुलाना सिखा दिया

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8 DEC 2023 AT 22:50

वक्त के किरदार ने दोस्त का मतलब सिखाया है
जो रास्ते अलग होने पर भी हर मोड़ मिल जाते हैं
वही सच्चे दोस्त कहलाया हैं

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8 DEC 2023 AT 22:33

रूप की तारीफ कर बदनाम न कीजिए
आए कभी हमारी महफिल में गुणों से मुलाकात कीजिए

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6 DEC 2023 AT 21:36

मिट्टी का भगोना, न कर चुक
जो एक बार टूटा, फिर धूल का है रूप

अर्थ
भरोसा मिट्टी के भगोने की समान है
जो मात्र भर टूटने से धूल के समान बिखर जाता है
जिसको पहले की तरह समेटा नहीं जा सकता अतः भरोसे का सम्मान करें......

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4 DEC 2023 AT 22:07

साथ है सांसें और परमात्मा की बातें
युद्ध तुम्हारा है लड़ना तुम्हें आता है

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1 DEC 2023 AT 22:19

खुद से शायद बैर कर बैठी हूं
देखो आग जलाया भी खुद हाथ भी दे बैठी हूं

तमन्ना अब नहीं कहती और चलने को
ख्वाब ले गया वो अपना घर रोशन करने को

बहुत खुश हूं फिर आंखें भर आती है
इतने भी अपने नहीं हो तुम ये जिंदगी कहना चाहती है

रंग ,जात में फंसे रहो तुम हमें हमारी आजादी प्यारी है
तुम बीता कल हो ,आज हमारी बारी है

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