विवेक है, विनय है।
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एक तेरा दर ऐसा है माँ
जहाँ सोचना नहीं पड़ता मुझे आने में।
मैं थक कर आकर चैन से सो जाती हूँ
मुझे सोचना नहीं पड़ता उठने के बारे में।
कोई क्या सोचेगा, क्या कहेगा ?
मैं सीधा बना खाना खाऊँगी इस बारे में
कौन देखेगा अगर मेरी बेटी रोएगी,
छी-छी, सू कर लेगी इस बारे।
तुम कितना ध्यान रखती हो मेरा, मेरी संतान का
ऐसा दिखता मुझे दुनिया में और कोई दर नहीं है।
एक तेरा दर ऐसा है माँ
जहाँ मुझे झिझकना नहीं पड़ता आने में।
I Love You Maa❤️❤️-
निष्कपट प्रेम, सम भाव को
आंतरिक मनोकामना को
अपेक्षाओं को, समर्पण को।-
मुझे अपनी एक बात बहुत अच्छी लगती है
मुझसे किसी को झूठ नहीं बोलना पड़ता।
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देकर लाल इक माँ ने अपना
काल दुश्मनों का तैयार किया।
करके बलिदान निज अपने सुखों का
सपूत मातृभूमि को दान किया।
नवजीवन एक माँ ने पाया
संतान को अपनी जन्म देकर।
और इक वीर ने माँ का मान बढ़ाया
अपने प्राणों की आहुति देकर।
शत शत नमन दोनों माँ और वीरों को
जिन्होंने हमें ये आज दिया।
जय हिंद, जय भारत।
वन्दे मातरम।
🇮🇳🇮🇳🇮🇳-
एहसान और कर्ज़, ऐसे सौदे हैं
जो बेटा हो या बेटी
दोनों को चुकाने पड़ते हैं।
कुछ जिम्मेदारियां हैं माँ-बाप के प्रति
जो दोनों को अपने निजी जीवन से वक्त देकर
जरूरत पड़ने पर निभानी पड़ती है।
अकेले दोनों पड़ जाते हैं और टूट भी जाते हैं
अगर ऐसे वक्त में हमारा अपना ही जीवनसाथी
हमें गलत मानने लगता है।-
जाते जाते अंतिम सफ़र में 2021 के,
गुज़ारिश सभी से करती हूँ
हुई जो कुछ भी भूल ग़लती मुझसे क्षमा याचना करती हूँ।-