अकेले वारिस हो .....
तुम मेरी बेशुमार चाहतों के— % &-
Rekha Sharma Pachori
1.8k Followers · 2.8k Following
मन की बात शब्दों में ढाल कर आप सब तक पहुंचा ना । मेरे शब्दों से कोई भी आहत न हो ईश्वर से ... read more
Joined 25 May 2019
21 JAN 2022 AT 20:38
देखो तुम्हारी उड़ान से दिक्कत तो
बहुत लोगों की होगी ......
पर सच कहूं ......
वह पंख देता भी उसे है जो
उड़ने के काबिल हो .....-
19 JAN 2022 AT 9:06
मंजिलें तय करने में अभी वक्त लगेगा
यह सब्र..ए... इंम्तिहा है .....
हर किसी के बस का नहीं-
18 JAN 2022 AT 21:28
शब्दों की फिक्र कौन करता है साहब ..
हमें तो आपके hmmmसे भी इश्क है-
14 JAN 2022 AT 17:21
मेरी खामोशियों में बहुत कुछ छुपा हुआ है
हम बोल नहीं पाएंगे तुम समझ नहीं पाओगे-
29 DEC 2021 AT 11:18
ताले से सीखिए साथ निभाने का हुनर
टूट जाता है पर ....चाबी नहीं बदलता-
18 DEC 2021 AT 13:30
मंजिलें मिल जाएंगी तुझे....
गर नहीं है रास्ता तो.... तैयार कर-