जरा सी चीनी कम थी ,
नमक कम होता तो बवाल हो जाता !!-
"कलम से प्यारा कोई साथी नही
ये मुझे कभी तन्हा नही होने देत... read more
" सोनल के लिए तो लड़कों की लाईन लग जाएगी "
" फिक्र तो मुझे वैशाली की है...रंग दबा सा है ऊपर से नकचढ़ी " मां जी वहीं रोज़ का दुखड़ा लेकर बैठ गई, वैशाली का मुंह उतर गया था
" मां जी, बच्ची के सामने तो न बोला करें, बेचारी हीनभावना से ग्रस्त होने लगी है " निरू चिंतित हो उठी
" उसे एहसास दिलाना होगा तभी दिमाग में घुसेगी बात तब थोड़ी ढ़ंग से पेश आएंगी, एक तो काली कलूटी और फिर लड़कों जैसा व्यवहार कैसे ब्याह दोगी? "
" लड़कों को लड़कें जैसी लड़कियां पसंद नही आती, इसलिए खूबसूरत लड़कियों की ब्याह जल्दी हो जाती है और कोई अड़चनें भी नहीं आती "
" दादी आप खूबसूरत लड़कियों की खूबियां नहीं, लड़कों के ऐब गिना रही है " वैशाली ने दादी की चुटकी लेते हुए कहा
" जो लड़का रंग और खूबसूरती से परे, लड़की के गुण और उसकी आंतरिक खूबसूरती पर रिझकर ब्याह करना चाहेगा वहीं सच्चा पुरूष कहलाएगा " सोनल ने एक दार्शानिक की भांति एंट्री मारते हुए कहा तो दादी ने उसे लताड़ दिया "बंद कर भाषानबाजी, वैसे भी तेरा ब्याह तो हो ही जाएगा फिक्र तो मुझे...."
" वैशाली की है....." वैशाली और सोनल एक साथ ही बोल उठी और दोनों की खिलखिलाहट से पूरा कमरा खिल उठा और दादी भी हंस पड़ी।-
बहनें भाइयों के जूठे प्लेटें, कपड़े सब धुल देती है
अगर भाई बहनों के जूठे प्लेटें और कपड़े धुल दे तो पाप चढ़ता है क्या?-
वो जैसा दिखता था वैसा लग नहीं रहा था, थोड़ा पतला नहीं थोड़ा ज्यादा ही था, लम्बा था पर चौड़ा नहीं...
वो भी जैसी दिखती थी हु-ब-हू वैसी नहीं थी, थोड़ी मोटी, छोटी, नहीं नहीं...थोड़ी नाटी थी पर रंग बराबर था सांवली पर थोड़ी गोरी होती तो..!
अजीब सी खामोशी पसर गई दरमियान, तीन महीने से online डेट कर रहे थे बड़े Excited थे मिलने के लिए, पर अब मन मर गया था दोनों का जैसे !
अब समझ में नहीं आ रहा था कि इस situation से कैसे निकले?
"साहब चाय" छोटू दो गिलास चाय रख गया
अब दोनों के दरमियान गर्म चाय के भाप उड़ने लगे, दोनों ने एक-दूसरे को देखा, आंखें मिलीं और जैसे एक-दूसरे के मन को ताड़ लिया, दोनों की ही हंसी छूट गई।-
किसी लड़की के साथ डेट पर जाओ
और वो अपना बिल खुद भरे
तो उसे रोकना मत,
थोड़ा सा वक्त दो
थोड़ा सा वक्त लो
समझदार लड़कियां पैसे और वक्त
की कीमत जानती है
इसलिए न अपना वेस्ट करती है
और न तुम्हारा वेस्ट कराती है
जिस दिन तुम को अपना मानेगी
सही तरह इन्वेस्ट करेगी-
लड़कियां प्रेम के असफल होने पर
रोती है अंधेरे में छुप-छुपकर
स्त्रियां विलाप करती है....
अंधेरे का सीना चीर देती है
बादल यूं ही नहीं गरजते
आसूंओं की उष्मा पिघलकर
मूसलाधार बारिश बनकर बरसती है
यूं ही नहीं आती है बाढ़...!!-
When poet can't sleep at night
He start writing lullaby of love poetries-
Life is a manifest
Of our thoughts
We should envisioned
where we want to be
And focus your thought
on that way...
learn to control how to react
On others actions towards you
Others choices and
perceptions about you
is not your business
Your well-being is in your hand
To live a peaceful and
balance life is an art.-
भूतकाल में जुड़े कुछ खुबसूरत सम्बंध
वर्तमान काल में जी का जंजाल बन जाते हैं।-
काश ! तुम चंदन न होते,
चमन होते तो शायद मैं सोचती
मगर तुममें जो सादगी है, शराफ़त है
चमन में थोड़ी कम है
वो बेबाक है, शैतान है, चंचल है
मगर थोड़ी गम्भीरता होती तुम्हारी जैसी
तो बात ही कुछ और होती
जिस तरह तुम देखते हो प्यार से
मुझे सिर्फ मुझे...
जिस्म की तलब रत्तीभर नही
उमड़ती तुम्हारी आंखों में
निश्छल, पवित्र प्रेम है तुम्हारा मेरे लिए
मगर मैं चाहकर भी नहीं स्वीकार कर सकती
तुम्हें क्योंकि तुम चंदन हो चमन नही!-