ऐसे ही गिरते गिरते सम्भल जाएंगे
बदला नहीं लेंगे किसी से
बस हम खुद बदल जाएंगे-
ਮੈਨੂੰ ਮੋਹ ਨੀ ਆਉਂਦਾ ਲਹਿਰਾਂ ਦਾ,
ਇਸ਼ਕ ਦੇ ਸਮੁੰਦਰ ਵਿੱਚ ਡੁੱਬਣਾ ਨੀ,
ਆਦਤ ਪੈ ਗਈ ਕੱਲਿਆਂ ਜਿਉਣ ਦੀ
ਆਪਣੇਪਨ ਚ ਮੈਂ ਹੁਣ ਖੁਭਣਾ ਨਹੀਂ
ਮੈਨੂੰ ਮੋਹ ਨੀ ਆਉਂਦਾ ਧੁੱਪਾਂ ਦਾ,
ਦਿਲ ਨੂੰ ਚੰਗੇ ਲੱਗਣ ਹਨੇਰੇ
ਬੱਦਲਾਂ ਦੇ ਓਹਲੇ ਜੀਣਾ ਚੰਗਾ ਲੱਗੇ
ਮੈਨੂੰ ਡਰਾਉਂਦੇ ਇਹ ਸਵੇਰੇ
ਮੈਨੂੰ ਮੋਹ ਨੀ ਆਉਂਦਾ ਤੇਰੇ ਮੁੱਖੜੇ ਦਾ
ਸ਼ੀਸ਼ੇ ਤੇ ਵੀ ਇਤਬਾਰ ਨਹੀਂ,
ਅੰਦਰੋਂ ਸਭ ਕੁਝ ਖਾਲੀ ਮੇਰੇ
ਨਫਰਤ ਵੀ ਬਚੀ ਨਾ ਬਚਿਆ ਪਿਆਰ ਨਹੀਂ-
आजाद किया तुम्हें आज हर रिश्ते से
अब उम्मीदो का कोई दौर नहीं होगा
अब हमारा अक्स भी साथ नहीं होगा तेरे
अब शिकायतो का कोई शोर नहीं होगा-
सफर मुश्किल है हर फैसले पे गौर करना तुम
कहां पर मोम कहां तलवार होना है
तेरी मुश्किलें आसान होंगी जब वो आयेंगे
अभी मजबूर हो लेकिन तुम्हें मुख्तार होना है
नकाब ए रुख एक शख्स का उतना बाकी है
वो जब पर्दा उठा देंगे तुम्हें दीदार होना है
हमारी राह में बिखरे हैं हर तरफ अंगारे
ज़रा सब्र करो आतिश को गुलजार होना है-
मेरा छोडो अपना बताओ,
बताओ ना तुम खुश तो हो ना,
मै अपना क्या कहूं,
जैसा तुमने छोडा था वैसी ही हूं ..
हां बस इतना बदल दिया है खुद को..
पहले सब से खुश हो कर
जो मिलती थी वो छोड दिया है
कोई तेरा जिक्र करे
उससे पहले ही चल देती हूं
उस जगह को छोड़कर ,
ये आईना भी बहुत सवाल करता है..
रोज पूछता है
वो पहली सी सूरत
कहीं खो गई है क्या,
दूरी बना ली है उससे भी,
अब कोई सवाल नही करता
हाँ बस ये आंखे थोडी बेवफा है..
रो देती है तुझे याद करके-
आपका हुक्म था सरकार
होने नहीं दिया
खुद को तेरे बाद किसी का
तलबगार होने नहीं दिया
हर मिलने वाले को
ठहरने की इजाजत नहीं दी
दिल को दिल रखा
बाज़ार होने नहीं दिया.....-
तू अगर मुझे छोड़कर
जाने पे तुला है तो जा
जान भी कभी जिस्म से
पूछकर निकली है भला-
ਕੀ ਨਜ਼ਰ ਦਾ ਅੰਦਾਜ਼, ਕੀ ਨਜ਼ਰ-ਅੰਦਾਜ਼,
ਦੋਵੇਂ ਮੁਕਾਉਣ ਦੀਆਂ ਗੱਲਾਂ ਨੇ
ਇੱਕ-ਦਮ ਚੁੱਪ ਕਰ ਜਾਣਾ, ਕੁਝ ਨਾ ਦੱਸਣਾ,
ਦਿਲ ਦੁਖਾਉਣ ਦੀਆਂ ਗੱਲਾਂ ਨੇ
ਕਦੇ ਪਲ ਵੀ ਨਾ ਰਹਿਣਾ ਮੇਰੇ ਬਿਨ
ਕਦੇ ਪਲ ਲਈ ਵੀ ਚੇਤੇ ਨਾ ਕਰਨਾ
ਇਹ ਤਾਂ ਹਜੂਰ ਰਵਾਉਣ ਦੀਆਂ ਗੱਲਾਂ ਨੇ-