त्वं वीणा वादिनि,
त्वं शुभ प्रदायनी,
त्वं महादेवी सर्वत्र पूजिते,
मां सरस्वती सुखदायिनी,
मम इष्ठा त्वमेव माता,
त्वं पूत्र: अस्ति अह्म,
सर्वदा शुभम् करुमे माता,
त्वं सर्व विद्या प्रदायनि,
कोटि वंदन मां त्वमेव चरणे,
त्वं ऋषभस्य ज्ञानदयानी,
अहम नास्ति इति लघु कणम,
त्वमेव सर्वकृपादायनी,
त्वं जगत प्रकाशीनी,
नमस्तुभ्यम हे महामाते,
श्वेत्तवर्णी महादेवी,
सरस्वती नमोस्तुते ।।— % &-
Usually wrong perceptions couldn't understands the right intentions.
That's why many relationships
doesn't reach the ultimate goal.-
राम-रावण दोनो ही,
तुझमें ही कहीं है बसे,
तू खुद के रावण को मार दे,
और राम का अवतार ले।
अपनी बुराइयां जला कर तू,
तू उस रावण को भी मार दे,
नेकी और अच्छाई भर कर,
तू राम का अवतार ले,
अपने भीतर छिपे रावण को,
सदैव के लिए मार दे,
तू राम का अवतार ले।।-
किसी मन्नत वाले पेड़ जैसी,
सज रही है आज कलाई मेरी,
हर डोर में है लाखों दुआएं छिपी,
इन्हें बांधने वालो की कर दे,
रब सारी मन्नतें पूरी।-
Introspect yourself regularly,
It will cure both your confusion & ego.-
I am not born with great Legacy,
But, I am born to create
my own Legacy.-
तुम छलनी कर दो चाहे मुझे,
या हज़ार गोलियाँ चला कर तुम,
मेरे हर हिस्से को बराबर फूँकोगे,
जान बेशक़ जाएगी मेरी,
पर हमेशा तड़फते तुम रहोगे,
अपनी सारी ताक़त लगा कर भी,
मुझे हँसने से कैसे रोकोगे ?-
तुझे चाह कर भी,
वापिस बुला नही सकता,
यूं तो दुनिया हँसाने की,
मैं ताकत रखता हूँ माँ,
पर तेरी हँसी को मैं,
वापिस ला नही सकता,
पर तुम जहाँ भी हो,
बस तुम ख़ुश रहना माँ,
तेरे हिस्से की हँसी,
मैं यहाँ बिखेरता रहूंगा,
जो मायूसी तेरे ना होने से है,
उसे लोगों की ज़िंदगी से,
हमेशा दूर करता रहूंगा,
जब याद आती हो तुम,
तो ये दिल भर जाता है,
पर तेरा हँसी वाला चेहरा,
मुझे हमेशा हंसा जाता है,
जब भी कभी याद आती है तुम्हारी,
आंसू की बून्दें भी हँसी में बदल जाती है,
सच मे तुम्हारी बहुत याद आती है,
मेरे चेहरे की हँसी वही बताती है।-