मेरी जिंदगी एक डायरी की तरह है, जिसे कभी किसी ने खोला नहीं , जिस ने खोला उसने कभी पढ़ा नहीं , जिसने पड़ा उसने कभी समझा नहीं , और जो समझे ऐसा कोई मिला नहीं|
चल कर उस पथ पर मैं पाऊं वह आसमां जिसकी चाहत है मुझे, चाहू वह आसमां, सपने है वह मेरे जिन्होंने ना दिया सोने मुझे, करूं साकार सपनों को जिन की खोज जारी है अभी,परंतु यकीन जिंदगी को है और मुझे भी कि सपने साकार होंगे 1 दिन जरूर ऐसी उड़ान भरू मैं आसमां /