जिन्दगी एक पहेली है, जिन्दगी एक सहेली है ।कहीं धूप तो कहीं छांव है, जिन्दगी कहीं खेल है,तो कहीं अटखेली है ।जिन्दगी रात है, कहीं जिन्दगी प्रभात भी है ।है उजाला हर तरफ, तो कहीं पर...जिन्दगी अंधेरी है । कहीं पर...जिन्दगी अधूरी है, तो कहीं पर... जिन्दगी अकेली है !जिन्दगी के साथ चलते चल,रे मुसाफिर ! हर पल तेरे साथ है,कुछ खोजा कर, कुछ बनाया कर,बस इन थोड़े से बातों में, खुद को उलझाया रख ।जिन्दगी एक पहेली है, जिन्दगी एक सहेली है ।©रचनात्मक संसार -
जिन्दगी एक पहेली है, जिन्दगी एक सहेली है ।कहीं धूप तो कहीं छांव है, जिन्दगी कहीं खेल है,तो कहीं अटखेली है ।जिन्दगी रात है, कहीं जिन्दगी प्रभात भी है ।है उजाला हर तरफ, तो कहीं पर...जिन्दगी अंधेरी है । कहीं पर...जिन्दगी अधूरी है, तो कहीं पर... जिन्दगी अकेली है !जिन्दगी के साथ चलते चल,रे मुसाफिर ! हर पल तेरे साथ है,कुछ खोजा कर, कुछ बनाया कर,बस इन थोड़े से बातों में, खुद को उलझाया रख ।जिन्दगी एक पहेली है, जिन्दगी एक सहेली है ।©रचनात्मक संसार
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नई दिशाओं का सफर है,हौसला मेरा हमसफ़र है । मैंने जिंदगी के रास्तों को जाना है,कई बार भटक भटक कर ।मेरे लिए जो था रहा एक महल,अब वो तो बन चुका है एक खंडहर ।हंसते खेलते कट जाते थे रास्ते,मगर अब काटे कटते नहीं क्षणभर ।कितने भी जोखिम आएं,हमें चलना है, रहना है हमेशा अग्रसर ।हर बार ये देखना है,पहले से हमारा, कैसा है जीवन स्तर ।क्या हम जटिल चीजों में फंस कर रह जाते हैं, या हर बार एक नई ऊंचाई को छू लेते हैं...ऊपर उठकर...।©रचनात्मक संसार -
नई दिशाओं का सफर है,हौसला मेरा हमसफ़र है । मैंने जिंदगी के रास्तों को जाना है,कई बार भटक भटक कर ।मेरे लिए जो था रहा एक महल,अब वो तो बन चुका है एक खंडहर ।हंसते खेलते कट जाते थे रास्ते,मगर अब काटे कटते नहीं क्षणभर ।कितने भी जोखिम आएं,हमें चलना है, रहना है हमेशा अग्रसर ।हर बार ये देखना है,पहले से हमारा, कैसा है जीवन स्तर ।क्या हम जटिल चीजों में फंस कर रह जाते हैं, या हर बार एक नई ऊंचाई को छू लेते हैं...ऊपर उठकर...।©रचनात्मक संसार
सादगी से भरी जिन्दगी,खुशी से भरी जिन्दगी ।कांटों से लगी जिन्दगी,फूलों से पटी जिन्दगी ।तोहफे में मिली जिन्दगी,जिन्दगी से भरी जिन्दगी ।सांस लेना तो हम भूल ही चुके,खुशबुओं से भरी जिन्दगी ।मसक्कत से मजबूत जिन्दगी,आंसुओं से बिखरी हुई जिन्दगी ।कुछ बदला है और कुछ नहीं बदला है,सबकुछ बदल कर भी वही जिन्दगी,हैं अब भी वही जिन्दगी,हां मेरी जान, वही जिन्दगी...©रचनात्मक संसार -
सादगी से भरी जिन्दगी,खुशी से भरी जिन्दगी ।कांटों से लगी जिन्दगी,फूलों से पटी जिन्दगी ।तोहफे में मिली जिन्दगी,जिन्दगी से भरी जिन्दगी ।सांस लेना तो हम भूल ही चुके,खुशबुओं से भरी जिन्दगी ।मसक्कत से मजबूत जिन्दगी,आंसुओं से बिखरी हुई जिन्दगी ।कुछ बदला है और कुछ नहीं बदला है,सबकुछ बदल कर भी वही जिन्दगी,हैं अब भी वही जिन्दगी,हां मेरी जान, वही जिन्दगी...©रचनात्मक संसार
कुछ ना कुछ तो करो प्रयास,बैठे ना रहो धरे हाथ पर हाथ ।समय बेतहशा भागा जा रहा है,उसे पकड़ सको तो पकड़ो आज ।आज उसमें कुछ सार्थक कर लो,अपने कार्य से भर लो खुद में उत्साह ।बिना आनंद के जीवन है बोझिल,ना जाने कौन सी मुसीबत देख रहा है इसकी राह ।चोटिल है जिसका सिर, क्या पूछते हो उसका हाल।कविता ऐसी करो कि प्रतिबिंब देखकर,बोलें सब वाह भाई वाह !©रचनात्मक संसार -
कुछ ना कुछ तो करो प्रयास,बैठे ना रहो धरे हाथ पर हाथ ।समय बेतहशा भागा जा रहा है,उसे पकड़ सको तो पकड़ो आज ।आज उसमें कुछ सार्थक कर लो,अपने कार्य से भर लो खुद में उत्साह ।बिना आनंद के जीवन है बोझिल,ना जाने कौन सी मुसीबत देख रहा है इसकी राह ।चोटिल है जिसका सिर, क्या पूछते हो उसका हाल।कविता ऐसी करो कि प्रतिबिंब देखकर,बोलें सब वाह भाई वाह !©रचनात्मक संसार
परिंदों की तरह रहना,हवाओं के संग बहना ।बूंद बूंद या बुलबुला कहूँ,या कहूँ बादल मस्ताना ।रूप कई कई लेकर तुम,मस्त होकर अंबर से बरसना,और बरसाना .... ।परिंदों की उड़ान, नहीं है मुश्किल उतना !बस एक पांव बढ़ाना,कठिन को, जटिल को आसान बनाना ।हवा में खुद को घोल देना,परिंदों सा जीवन जीना...।©रचनात्मक संसार -
परिंदों की तरह रहना,हवाओं के संग बहना ।बूंद बूंद या बुलबुला कहूँ,या कहूँ बादल मस्ताना ।रूप कई कई लेकर तुम,मस्त होकर अंबर से बरसना,और बरसाना .... ।परिंदों की उड़ान, नहीं है मुश्किल उतना !बस एक पांव बढ़ाना,कठिन को, जटिल को आसान बनाना ।हवा में खुद को घोल देना,परिंदों सा जीवन जीना...।©रचनात्मक संसार
सपनों की पोटली में...(पढ़ें अनुशीर्षक में)©रचनात्मक संसार -
सपनों की पोटली में...(पढ़ें अनुशीर्षक में)©रचनात्मक संसार
सवेराका अभिनंदन ...🌻©रचनात्मक संसार -
सवेराका अभिनंदन ...🌻©रचनात्मक संसार
कांटेभी खूबसूरत नजरआते हैं,मैंने ना सोचा,मैं तो उन्हें बस कोसता रहा,आज उन्हें शुक्रिया...©रचनात्मक संसार -
कांटेभी खूबसूरत नजरआते हैं,मैंने ना सोचा,मैं तो उन्हें बस कोसता रहा,आज उन्हें शुक्रिया...©रचनात्मक संसार
©रचनात्मक संसार -
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दिल की कुछ बातें...(पढ़ें अनुशीर्षक में)© रचनात्मक संसार -
दिल की कुछ बातें...(पढ़ें अनुशीर्षक में)© रचनात्मक संसार