क्या होता अगर, रोहित शर्मा सेमि-फाईनल के पहले ऑस्ट्रेलिया टीम में शामिल हो जाते ????
फ़ाइनल मैच से ठीक पहले पता चलता विराट कोहली ने दक्षिण अफ्रीका टीम की सदस्यता ग्रहण की !!
नहीं-नहीं ऐसा सिर्फ राजनीति में होता हैं ।
अलग-अलग प्रदेश से अलग-अलग धर्मों और अलग जातियों से ऊपर उठकर एक टीम बनती हैं,
"भारतीय टीम" जो अपने निजी स्वार्थ त्यागकर अपने देश के लिए मेहनत, लगन और समर्पण से खेलती हैं और देश को "विश्व विजेता" बनाती हैं।
इसी तरह भारतीय नागरिक और राजनेता मिलकर देश को विश्व विजेता बनाये इसी शुभकामना के साथ भारतीय टीम और देश वासियों को हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई 💐💐🙏🙏
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में कभी भी किसी को,
"HAPPY ANNIVERSARY " ☺️☺️
Wish नही करता, हमेशा.......
"वैवाहिक वर्षगाँठ की शुभकामनाएं"
देता हूं 💐💐☺️☺️
क्योंकि हमें नही मालूम सामने वाला
"HAPPY" हैं भी या नही 😂😂
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मोदी जी, अमित शाह से -
यार अपन दिल्ली में 10 साल से
पूरी सरकार मंत्री लेकर बैठे हैं,
फिर भी दिल्ली में
अपने को लोग वोट नी देते ??🤨🤨
अमित शाह- हा यार भाई उल्टा केजरीवाल
ने पंजाब में भी सरकार बना ली 🤔
मोदी- साला इसका कुछ करना पड़ेगा...ED
जी हुजूर काम हो जाएगा।-
शादीशुदा
लोग कहते हैं ना
"हमारी शादी को कब
इतने वर्ष हो गए
पता ही नही चला"
में कहना चाहता हु
इनकी बातों में मत आना
"पता चलता है भय्या
रोज़ पता चलता है"-
सबके राम,अपने-अपने राम।
परन्तु क्या हम राम के हैं..??
अगर हम अपने माता-पिता
का सम्मान नहीं करते हैं,
हम अपने परिजनों से धन-संपत्ति
के लिए विवाद करते हैं,
अगर हम मनुष्य-मनुष्य मेंभेदभाव करते हैं,
हम स्त्रियों का मान-सम्मान नहीं करते हैं,
तो हम राम के नहीं हैं।
राम के मूल में दया,प्रेम,सेवा ,करुणा
और मानवता शामिल हैं।
हमें प्रभु श्री राम के आचरण को अपने
अंदर आत्मसात करना चाहिए।
तभी हम राम के हो सकते हैं।
सबको राम-राम 🙏🙏
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सपनों की ऊंचाइयों की तरफ बढ़ो,
नई उम्मीदों संग नव वर्ष का स्वागत करो।
नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं,
बहुत बहुत बधाई 💐💐
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हर बात को देशभक्ति-देशद्रोह और धर्म
से जोड़ने का सबसे बड़ा फ़ायदा यह है कि
मंहगाई, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, शिक्षा-चिकित्सा,
और विकास, सार्वजनिक समस्याएं
ये सब मुद्दे अपने आप खत्म हो जाते हैं।
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26 जनवरी वो दिन है जब भारत ने अपने आप को एक आधुनिक, सभ्य,प्रगतिशील देश के रूप में स्थापित करने का पहला कदम उठाया।
यदि आप किसी भी प्रकार के भेदभाव, जातपात और धार्मिक उन्माद में यकीन रखते हैं,तो आप इस दिन की भावना को नष्ट करते हैं।
🇮🇳जय भारत, जय संविधान🇮🇳
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पत्थरों पर पड़ती
पहली बारिश की बूंदो के बाद
पत्थरों की आवाज़ को सुनना
शायद कह रहे हों
तुम्हारे बिछोह की तपिश में
में कब से जल रहा हूं
आओ मुझ पर बरस जाओ
और
इस अगन से मुझें बचाओं।
#cpd-