वो कातिल-आँखे,जो कभी सिर्फ मेरी थीउनमें आ के न जाने और, कितने बस गये होंगे -
वो कातिल-आँखे,जो कभी सिर्फ मेरी थीउनमें आ के न जाने और, कितने बस गये होंगे
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मैं उसे लिख कर भी क्या कर लूँगा हासिल?फ़रेब को ज़बा मोहब्बत की, समझ नहीं आती ! -
मैं उसे लिख कर भी क्या कर लूँगा हासिल?फ़रेब को ज़बा मोहब्बत की, समझ नहीं आती !
हर-पल मुझ से बेहतर की तलाश में रहता हैंवो बिछड़ कर भी मुझकों याद करता हैं -
हर-पल मुझ से बेहतर की तलाश में रहता हैंवो बिछड़ कर भी मुझकों याद करता हैं
वो चेहरा खूबसूरत न होगा हरगीज़करतूते जिसकी बदसूरत होंगी -
वो चेहरा खूबसूरत न होगा हरगीज़करतूते जिसकी बदसूरत होंगी
लगा दिया करो आग,उन अरमानों कोजो तुम्हारा वजूद मिटाने पे आमादा हो -
लगा दिया करो आग,उन अरमानों कोजो तुम्हारा वजूद मिटाने पे आमादा हो
गर ढूढ़ों तो! मजबूरीयाँ मोहब्बत में, मिल ही जाएँन्गीइस तरहा तो हर कहानी अधूरी रह जाएँगी -
गर ढूढ़ों तो! मजबूरीयाँ मोहब्बत में, मिल ही जाएँन्गीइस तरहा तो हर कहानी अधूरी रह जाएँगी
मैं ले के ग़म,ग़मगीन हो गयावो हो कर भी जुदा मुझसे, रंगीन हो गया -
मैं ले के ग़म,ग़मगीन हो गयावो हो कर भी जुदा मुझसे, रंगीन हो गया
तेरी जफाओं के किस्से,याद रहेगेंतू मेरी सज़ाएँ याद रखना -
तेरी जफाओं के किस्से,याद रहेगेंतू मेरी सज़ाएँ याद रखना
अपने ग़मों पे मातम, भला क्या मनाता मैंमुझे तो मेरे वक्त ने,सिसकने तक की फुर्सत न दी -
अपने ग़मों पे मातम, भला क्या मनाता मैंमुझे तो मेरे वक्त ने,सिसकने तक की फुर्सत न दी