Ravi S Srivastava   ('परित्यक्त')
279 Followers · 195 Following

read more
Joined 18 September 2019


read more
Joined 18 September 2019
18 JAN 2022 AT 8:26

मेरी माँ!
तुम्हारे आँचल में,
मैं महफूज़ रहा सदा...!
मुझे आज तुम्हारे ममत्व की
आशीष चाहिए!!

-


15 JAN 2022 AT 11:04

माँ-पापा,
भाई-बहन
दोस्त-सहेली,
नाते-रिश्तेदार
घर-रसोई,
शिक्षा-परीक्षा,
करियर-भविष्य
पता है मुझे...!
इन भवँर जाल में लिपटी हुई है हर बेटी!
और तुम भी...
इन सबके विपरीत...मैं!
"एक नई जिम्मेदारियों की पराकाष्ठा"
क्या तुम?
हाँ तुम ही!!
उबर कर इन सबसे,
बन सकोगी...?
सही मायने में मेरी हमसफ़र!!

-


2 JUN 2021 AT 8:57

आज रोटी ज़रूर खाएं
😁😋🤗
कहते हैं!
2 जून की रोटी बड़े नसीब से मिलती है!

-


24 MAY 2021 AT 23:28

अब आया है मुझे!
जब से तुम्हारी यादें
दिल पर दस्तक दे रही हैं!

-


23 MAY 2021 AT 0:48

ही अब...
बनतीं हैं सहारा!
मेरे...
अधूरे-से जीवन के
अनजान सफर का!

-


18 MAY 2021 AT 23:21

अब लग रहा है जिंदगी
कुछ मेहरबान है...!
तेरे आने की आहट से ही
मेरी दुनियां संवर रही है!!

-


16 MAY 2021 AT 23:21

पंक्ति और क़तार में
कभी जीने का जद्दोजहद...
कभी जलने (दाहसंस्कार) के इंतजार में!

-


16 MAY 2021 AT 23:11

तुम्हें मेरी परवाह,
नहीं शायद...!
होती तो,
आते!

-


14 MAY 2021 AT 23:35

दुःख, परेशानी
तिरस्कार, वेदना
और विछोह
के भँवर जाल से,
स्वतंत्र...
आज महसूस किया हूँ...
सुकून के कुछ पल!
तुम्हें पाने का एहसास भी
प्यारा बहुत है।

-


23 APR 2021 AT 0:03

यदि आप
जीवन नहीं दे सकते
तो कृपया...
किसी के मृत्यु का
कारण न बनें

-


Fetching Ravi S Srivastava Quotes