देश बचाओ (कविता)बन फकीरा देश लुटा मेराचाय पीना भी छूटा मेरा,भ्रष्टाचारी मारे मजाअपनी जुबान पर लार ही आई,गांधी खादी का रंग पङ गया फीकाजो केसरिया देश में लहराई,भीख समझकर वोट ना दोवरना! देश मरेगा रे, भाई! -
देश बचाओ (कविता)बन फकीरा देश लुटा मेराचाय पीना भी छूटा मेरा,भ्रष्टाचारी मारे मजाअपनी जुबान पर लार ही आई,गांधी खादी का रंग पङ गया फीकाजो केसरिया देश में लहराई,भीख समझकर वोट ना दोवरना! देश मरेगा रे, भाई!
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